वायनाड से राहुल गांधी ने भरा पर्चा, कलपेट्टा में रैली करने के बाद चुनाव प्रचार भी किया
नई दिल्ली, 3 अप्रैल (हि.स.)। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को केरल की वायनाड लोकसभा सीट से पर्चा दाखिल किया। वे कलपेट्टा में रैली करने के बाद चुनाव प्रचार करते हुए नामांकन करने पहुंचे थे।
नामांकन दाखिल करने के बाद राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि ये लड़ाई लोकतंत्र और संविधान को बचाने की लड़ाई है। उन्हाेंने कहा,“ एक तरफ कांग्रेस पार्टी और आईएनडीआईए गठबंधन लोकतंत्र और संविधान के लिए लड़ रहे हैं। दूसरी तरफ पीएम मोदी, अमित शाह, भाजपा और आरएसएस के लोग संविधान और लोकतंत्र को खत्म करने में लगे हैं।”
राहुल गांधी के नामांकन दाखिल करने के दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा भी मौजूद रहीं। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर कहा, “आज भाई राहुल गांधी के चुनाव नामांकन के लिए उनके साथ वायनाड, केरल में हूं। कुछ महीने पहले भाजपा सरकार ने राहुल गांधी की संसद सदस्यता छीनकर जनता की आवाज दबाने की कोशिश की थी, लेकिन संविधान की ताकत ने उन्हें कामयाब नहीं होने दिया।”
प्रियंका वाड्रा ने आगे लिखा, “आज भाजपा संविधान पर हमले करके पूरे देश की जनता से उसकी आवाज छीनने की कोशिश कर रही है। इसके खिलाफ बिगुल फूंकने की शुरुआत वायनाड से हो रही है। वायनाड समेत पूरे देश की जनता के स्नेह और समर्थन से हम यह जंग जीतेंगे, देश और संविधान की रक्षा करेंगे।”
राहुल गांधी जहां प्रचार कर रहे थे उसी दौरान भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) की प्रत्याशी एनी राजा केरल की वायनाड सीट से ही नामांकन दाखिल कर रही थी। उसके बाद राहुल गांधी नामांकन दाखिल करने पहुंचे।
नामांकन से पहले एनी राजा ने भी रोड शो भी किया। उन्होंने कहा कि वे वाम मोर्चा के उम्मीदवार के रूप में यहां जीतने के लिए चुनाव लड़ रही हैं। एनी के नामांकन के दौरान उनके पति सीपीआई नेता डी राजा भी वहां मौजूद थे।
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “आज जनता में कुछ सवाल उठाए जा रहे हैं कि कांग्रेस ने वायनाड से एनी राजा के खिलाफ राहुल गांधी को मैदान में उतारने का फैसला क्यों किया। इस तरह से कांग्रेस किस तरह का संदेश बाहर भेजना चाहती है।
डी राजा ने आगे कहा, “वायनाड से राहुल गांधी को मैदान में उतारना कांग्रेस का अदूरदर्शी निर्णय है। वह तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक में किसी अन्य निर्वाचन क्षेत्र को चुन सकते थे...कांग्रेस को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि लोग सवाल क्यों उठा रहे हैं।”
उल्लेखनीय है कि इन सभी से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन को इस वायनाड सीट से उतार दिया है। के सुरेंद्रन केरल में भाजपा के चर्चित चेहरे हैं। वह प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष हैं।
के सुरेंद्रन उत्तरी केरल के एक प्रमुख नेता हैं जो 2020 में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बने। 2018 में हुए सबरीमाला विरोध प्रदर्शन के दौरान वह काफी एक्टिव रहे। उन्होंने 2019 में पथानामथिट्टा निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ा और तीसरा स्थान हासिल किया था।
हिन्दुस्थान समाचार/ बिरंचि सिंह/अनूप