राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' शुरु, मणिपुर की जातीय संघर्ष को लेकर प्रधानमंत्री पर साधा निशाना
इंफाल, 14 जनवरी (हि.स.)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ मणिपुर के थौबल से रविवार को शुरू हो गई। थौबल के खोंगजोम में समारोहपूर्वक कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस यात्रा को हरी झंडी दिखाकर औपचारिक रूप से रवाना किया। कार्यक्रम के दौरान कई राष्ट्रीय और क्षेत्रीय कांग्रेस नेता मौजूद थे।
इस मौके पर सांसद राहुल गांधी ने राज्य में मौजूदा हिंसक स्थिति के लिए भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वे वर्ष 2004 से राजनीति में हैं और पहली बार भारत में एक ऐसी जगह का दौरा किया, जहां शासन का पूरा बुनियादी ढांचा ध्वस्त हो गया है। 29 जून के बाद मणिपुर अब मणिपुर नहीं रहा, यह विभाजित हो गया और हर तरफ नफरत फैल गई है। यहां लाखों लोगों को नुकसान हुआ है। लोगों ने अपनी आंखों के सामने अपनों को खो दिया। इतना कुछ हो गया, लेकिन अब तक प्रधानमंत्री लोगों के आंसू पोंछने और हाथ पकड़ने यहां नहीं आए। यह शर्मनाक बात है। शायद प्रधानमंत्री मोदी, भाजपा और आरएसएस के लिए मणिपुर भारत का हिस्सा नहीं है। उन्होंने कहा कि मणिपुर आज भाजपा की नफरत की राजनीति, इसके दृष्टिकोण और विचारधारा का प्रतीक बन गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी यह सुनिश्चित करेगी कि अशांत राज्य मणिपुर में शांति लौटे।उन्होंने कहा कि मणिपुर के लोगों ने जो खोया है, उसे वापस लाएंगे। वे मणिपुर के लोगों के दर्द को समझते हैं। हम आपसे वादा करते हैं कि हम वह सब वापस लाएंगे, जिसे आपने खो दिया है, हम वह सद्भाव, शांति और वह स्नेह वापस लाएंगे, जिसके लिए यह राज्य हमेशा से जाना जाता है। दिन की यात्रा कार्यक्रम में शामिल होने के बाद शाम को यात्रा इम्फाल के कोइरेंगेई बाजार में रुकी। आज वे इंफाल के सेकमाई में कोउजेंगलेइमा स्पोर्ट्स एसोसिएशन फुटबॉल ग्राउंड में रातभर रुकेंगे।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की यह यात्रा 67 दिन में 15 राज्यों के 100 लोकसभा क्षेत्रों से होते हुए 110 जिलों से गुजरते हुए बस और पैदल से 6,713 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। यात्रा 20 या 21 मार्च को मुंबई में समाप्त होगी।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश/अरविंद/सुनील