क्वाड देशों ने सीमा-पार आतंकवाद की कड़ी निंदा की
नई दिल्ली, 6 दिसंबर (हि.स.)। क्वाड सदस्य देशों- भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका ने आतंकवाद के सभी स्वरूपों, विशेषकर सीमा-पार आतंकवाद की कड़ी निंदा करते हुए इंडो-पैसिफिक क्षेत्र को आतंकवाद-मुक्त, खुला और स्वतंत्र बनाए रखने के संकल्प को दोहराया है।
भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के बीच तीसरी क्वाड काउंटर टेररिज्म वर्किंग ग्रुप (सीटीडब्ल्यूजी) की बैठक 4-5 दिसंबर को नई दिल्ली में हुई, जो अगले क्वाड समिट की भारत की रोटेशन होस्टिंग का हिस्सा थी। क्वाड सीटीडब्ल्यूजी की स्थापना मार्च 2023 में नई दिल्ली में हुई क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान की गई थी।
संयुक्त विज्ञप्ति में शनिवार को कहा गया, “क्वाड सदस्य देशों ने बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग को मज़बूत करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने आतंकवादियों, आतंकवादी संगठनों और उनके एजेंटों के बारे में लगातार जानकारी शेयर करने के महत्व पर भी ज़ोर दिया।”
इस कार्यसमूह के तीसरे सत्र में सदस्य देशों ने बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग बढ़ाने, आतंकवादियों, आतंकी संगठनों तथा उनके समर्थकों से संबंधित सूचनाओं के आदान-प्रदान को मजबूत करने पर विशेष बल दिया।
बैठक में सेक्रेटरी (वेस्ट) तथा भारत के राजदूत सिबी जॉर्ज ने मुख्य भाषण में आतंकवाद के विरुद्ध साझा प्रतिबद्धता को मजबूत करने की आवश्यकता रेखांकित की। उन्होंने 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत के प्रति दिखाए गए समर्थन के लिए क्वाड देशों का आभार व्यक्त किया।
क्वाड देशों ने दिल्ली के 10 नवंबर 2025 के आतंकी हमले में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए इसके साजिशकर्ताओं, संचालकों और वित्तपोषकों को न्याय के कटघरे में लाने की अपील की। उन्होंने सभी संयुक्त राष्ट्र सदस्य देशों से इस दिशा में सहयोग की मांग भी रखी।
बैठक के दौरान सदस्य देशों ने इंडो-पैसिफिक सहित वैश्विक आतंकवाद परिदृश्य का मूल्यांकन साझा किया और मौजूदा तथा उभरती चुनौतियों से निपटने के लिए व्यापक सहयोग उपायों पर चर्चा की। इसी क्रम में “शहरी परिवेश में आतंकवाद-रोधी कार्रवाई” पर एक टेबलटॉप एक्सरसाइज आयोजित की गई, जिसमें विशेषज्ञों ने सर्वोत्तम प्रथाओं और संयुक्त तैयारी के अवसरों पर विचार साझा किए।
भारत ने सितंबर 2025 में क्वाड के दो महत्वपूर्ण कार्यशालाओं की मेजबानी की थी, जिनमें ड्रोन के आतंकवादी उपयोग और उभरती तकनीकों के दुरुपयोग के माध्यम से आतंकी वित्तपोषण को रोकने पर चर्चा हुई थी। इन्हें क्रमशः राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड और राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने विदेश मंत्रालय के सहयोग से आयोजित किया था। क्वाड सदस्यों ने आतंकवाद-रोधी सहयोग को और गहरा करने का संकल्प लेते हुए अगले वर्ष 2026 में अगली सीटीडब्ल्यूजी बैठक आयोजित करने पर सहमति जताई।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुशील कुमार