सशस्त्र बल कर्मियों के लिए पुरस्कारों, पदक और रक्षा अलंकरणों का ऐलान

 

- भारतीय सेना के लिए 10 मरणोपरांत सहित 84 पुरस्कारों को मंजूरी

- सशस्त्र बलों और अन्य कर्मियों को दिए जायेंगे 311 रक्षा अलंकरण

नई दिल्ली, 25 जनवरी (हि.स.)। भारतीय सैन्य बलों की सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 75वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सशस्त्र बल कर्मियों के लिए पुरस्कारों का ऐलान कर दिया है। भारतीय सेना के लिए 10 मरणोपरांत सहित 84 पुरस्कारों को मंजूरी दी है। भारतीय वायु सेना के लिए 16 पुरस्कारों की घोषणा की गई है। सशस्त्र बलों के कर्मियों को 12 मरणोपरांत सहित 80 वीरता पुरस्कारों को भी मंजूरी मिली है। राष्ट्रपति ने सशस्त्र बलों और अन्य कर्मियों के लिए 311 रक्षा अलंकरणों को भी मंजूरी दी।

रक्षा मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सशस्त्र बल कर्मियों के लिए 10 मरणोपरांत सहित 84 पुरस्कारों को मंजूरी दे दी है। इनमें सेना के लिए 68 पुरस्कार हैं, जिनमें ऑपरेशन रक्षक के लिए 34, ऑपरेशन स्नो लेपर्ड के लिए 16, ऑपरेशन मेघदूत के लिए सात, ऑपरेशन सहायता के लिए तीन, ऑपरेशन सिद्ध्रा के लिए दो, ऑपरेशन सीएएस निकासी के लिए तीन और विविध ऑपरेशन के लिए तीन पुरस्कार हैं। भारतीय वायु सेना को भी 16 पुरस्कार मिलेंगे, जिसमें 15 ऑपरेशन कावेरी के लिए और एक विविध ऑपरेशन के लिए है।

राष्ट्रपति मुर्मू ने 12 मरणोपरांत सहित 80 सशस्त्र बलों के कर्मियों को वीरता पुरस्कारों को मंजूरी दे दी है। इनमें छह कीर्ति चक्र शामिल हैं, जिनमें तीन मरणोपरांत, दो मरणोपरांत सहित 16 शौर्य चक्र, सात मरणोपरांत सहित 53 सेना पदक, एक नौसेना पदक (वीरता) और चार वायु सेना पदक (वीरता) हैं। राष्ट्रपति ने सशस्त्र बलों और अन्य कर्मियों के लिए 311 रक्षा अलंकरणों को भी मंजूरी दी है। इनमें 31 परम विशिष्ट सेवा पदक, चार उत्तम युद्ध सेवा पदक, अति विशिष्ट सेवा पदक के लिए दो बार टू सेना मेडल, 59 अति विशिष्ट सेवा पदक, 10 युद्ध सेवा पदक, आठ बार टू सेना मेडल (कर्तव्य के प्रति समर्पण), 38 सेना पदक (कर्तव्य के प्रति समर्पण), 10 नौसेना पदक (कर्तव्य के प्रति समर्पण), 14 वायु सेना पदक (कर्तव्य के प्रति समर्पण) और 130 विशिष्ट सेवा पदक हैं।

गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) कर्मियों को भी उनके विशिष्ट वीरता, असाधारण कर्तव्यनिष्ठा, विशिष्ट कार्य के लिए राष्ट्रपति तटरक्षक पदक (पीटीएम) और तटरक्षक पदक (टीएम) देने की मंजूरी दे दी है। इन कर्मियों ने समुद्री सीमाओं की सुरक्षा करने, समुद्र में आपात स्थिति का जवाब देने और देश के समुद्री सुरक्षा ढांचे में महत्वपूर्ण योगदान देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ये पुरस्कार आईसीजी कर्मियों के साहस और प्रतिबद्धता को श्रद्धांजलि के रूप में हैं, जो सभी नाविकों को सुरक्षित समुद्र प्रदान करने और राष्ट्र के मूल्यों को बनाए रखने के लिए अथक प्रयास करते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/सुनीत/दधिबल