तीसरे कार्यकाल में करेंगे तीन गुना गति से काम- प्रधानमंत्री
- देश को प्रगति पथ पर बढ़ने से अब कोई रोक नहीं सकता
- कांग्रेस के मुंह में झूठ का खून लग गया है
- हमारे लिए ईश्वर दर्शन के लिए हैं, प्रदर्शन के लिए नहीं
- लोगों ने बालक बुद्धि की हरकतें देखी हैं और देशवासी कह रहे हैं तुमसे न हो पाएगा
- ये लोग सेना की सेना और सैनिकों के मनोबल को मजबूत होते नहीं देख पा रहे हैं
- कांग्रेस की लगातार तीसरी बड़ी हार और 10 साल में 250 सीट पर आत्ममंथन करने की बजाय नाच रही है
नई दिल्ली, 2 जुलाई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान देश को विश्वास दिलाया कि तीसरी बार चुनकर आने पर उनकी सरकार तीन गुना गति, शक्ति से काम करते हुए तीन गुना अधिक नतीजे लाएगी। प्रधानमंत्री ने देशवासियों को आश्वस्त किया कि हम विकसित भारत के निर्माण के संकल्प को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने युवाओं को आश्वासन दिया कि पेपर लीक से जुड़ी उनकी चिंताओं पर सरकार युद्ध स्तर पर काम कर रही है। इस संबंध में कड़ा कानून बनाया गया है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत में भ्रष्टाचार, तुष्टीकरण के मुद्दे पर विपक्ष को घेरते हुए बताया कि विकसित भारत क्यों जरूरी है। उन्होंने कहा कि विकसित भारत से लोगों के सपने पूरे होंगे और भविष्य की मजबूत नींव रखी जाएगी। देश में बढ़ते आत्मविश्वास और गौरव के भाव को प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि करार दिया। उन्होंने कहा कि अब भारत आतंकवादियों को घर में घुसकर मारता है।
प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान विपक्षी दलों के सदस्य सदन के बीचों बीच आकर लगातार नारेबाजी कर रहे थे। मणिपुर के दूसरे सांसद को भी बोलने का मौका नहीं मिलने पर कांग्रेस, सपा और तृणमूल के नेता सदन में हंगामा करते रहे। लोकसभा अध्यक्ष के बार बार निर्देश और आग्रह को ठुकरा कर विपक्षी दल प्रधानमंत्री ने पूरे भाषण के दौरान व्यवधान पैदा करते रहे। इसकी अनदेखी कर प्रधानमंत्री मोदी ने न केवल हर विषय पर अपनी बात रही बल्कि एक दिन पहले नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के आरोपों का करारा जवाब भी दिया।
आरक्षण विरोधी है कांग्रेस
आरक्षण के मुद्दे पर विपक्ष के नेता पर प्रहार करते हुए कहा कि नेहरू, इंदिरा और राजीव गांधी आरक्षण के खिलाफ बयान दे चुके हैं। इंदिरा ने मंडल कमीशन की रिपोर्ट को दबाये रखा। उन्होंने कांग्रेस पर बाबा साहेब अंबेडकर को अमपमानित करने का आरोप लगाया। कांग्रेस ने बाबू जगजीवन राम को प्रधानमंत्री नहीं बनने दिया। सीताराम केसरी को अपमानित किया।
कांग्रेस परजीवी, आत्ममंथन की जगह शीर्षासन में जुटी
चुनाव नतीजों पर कांग्रेस को घेरते हुए प्रधानमंत्री ने पार्टी को परजीवी की संज्ञा दी। उन्होंने कहा कि चुनाव नतीजे स्पष्ट हैं कि कांग्रेस को विपक्ष में बैठना है। ऐसे में आत्ममंथन की बजाय कांग्रेस शीर्षासन कर रही है। पार्टी 1984 के बाद से अब तक 10 लोकसभा चुनावों में कभी 250 का आंकड़ा पार नहीं कर पाई है। भाजपा के साथ सीधे मुकाबले में कांग्रेस का स्ट्राइक रेट केवल 25 प्रतिशत है। जबकि अन्य पार्टियों का पल्लू पकड़कर पार्टी का स्ट्राइक रेट 50 प्रतिशत हो जाता है। पार्टी अन्य पार्टियों के वोट बैंक पर जीत रही है। कांग्रेस पार्टी को 13 राज्यों में एक भी सीट नहीं मिली है। इस सबकी चिंता करने की बजाय 99 सीट पाकर कांग्रेस जीत का जश्न मना रही है। 99-99 चिल्ला कर बेहतरीन प्रदर्शन का दावा करने वाली कांग्रेस को यह भूल जा रही है कि उसे यह 543 में से मिली हैं।
झूठ, अफवाह और अराजकता की राजनीति कर रही कांग्रेस
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस अराजकता की राजनीति करती है। यह भाषा, प्रांत और जाति के आधार पर देश को बांटने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस ने सीएए पर देश को गुमराह किया । 2014 में सरकार में आने के बाद, देश के सामने कांग्रेस के साथ कांग्रेस का इकोसिस्टम भी एक बहुत बड़ी चुनौती रहा है। कांग्रेस की मदद से ये इकोसिस्टम 70 साल तक फला-फूला है। वे आज इस इकोसिस्टम को चेतावनी देते हैं, उसकी हर साजिश का जवाब उसे अब उसी की भाषा में मिलेगा।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने झूठ को राजनीति का हथियार बना लिया है। जिस तरह आदमखोर जानवर के मुंह पर लहू लग जाता है, वैसे ही कांग्रेस के मुंह पर झूठ का खून लग गया है।”
बोलने और व्यवहार में बालक बुद्धि राहुल, मोदी बोले तुमसे न हो पायेगा
कांग्रेस नेता राहुल गांधी का नाम लिए बिना प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें बालक बुद्धि कहा। उन्होंने कहा कि सदन में वे बचकाना हरकतें करते हैं। वे हजारों के घोटाले में जमानत पर हैं, सुप्रीम कोर्ट में उन्होंने माफी मांगी है और वीर सावरकर का अपमान करने पर उनपर मुकदमा चल रहा है। बोलने और व्यवहार में वे बालक बुद्धि हैं। देश कह रहा है कि तुमसे न हो पाएगा। कांग्रेस नेता ने अग्निवीर पर झूठ बोला, एमएसपी पर झूठ बोला और संविधान व आरक्षण के मुद्दे पर झूठ बोला। राहुल गांधी की चुनावों के दौरान घोषित योजना पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि कल (1 जुलाई को) खटाखट दिवस भी मनाया गया। 1 जुलाई को लोग अपने बैंक अकाउंट चेक कर रहे थे कि 8,500 रुपये आए कि नहीं।
उन्होंने कहा, “बालक बुद्धि में न बोलने का ठिकाना होता है और न ही बालक बुद्धि में व्यवहार का कोई ठिकाना होता है। जब ये बालक बुद्धि पूरी तरह सवार हो जाती है, तो सदन में किसी के भी गले पड़ जाते हैं। ये बालक बुद्धि अपनी सीमाएं खो देती है, तो सदन के अंदर बैठकर आंखें मारते हैं। इनकी सच्चाई अब पूरा देश समझ गया है।इसलिए आज देश इनसे कह रहा है - तुमसे न हो पाएगा।”
ईश्वर दर्शन के लिए प्रदर्शन के लिए नहीं
प्रधानमंत्री ने कल सदन में राहुल गांधी के धार्मिक तस्वीरें दिखाने की आलोचना की। उन्होंने कहा कि ईश्वर का दर्शन किया जाता है, उनका प्रदर्शन नहीं किया जाता है। हिन्दू को लेकर दिए बयान पर उन्होंने कहा कि समाज को सोचना चाहिए की क्या यह संयोग था या प्रयोग था। हिन्दुओं को हिंसक कहना उनके संस्कार, सोच और चरित्र को दिखाता है।
उन्होंने कहा, “ मैं आज एक गंभीर विषय पर देशवासियों का ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं। कल जो हुआ, उसे इस देश के कोटि-कोटि देशवासी आने वाली सदियों तक माफ नहीं करेंगे।...ये कहा गया कि हिंदू हिंसक होते हैं... ये हैं आपके संस्कार, ये है आपका चरित्र, ये है आपकी सोच, ये है आपकी नफरत? इस देश के हिंदुओं के साथ ये कारनामे... ये देश शताब्दियों तक इसे भूलने वाला नहीं है।”
मुंह पर ताला लगाकर रक्षा रिफोर्म कर रही सरकार
प्रधानमंत्री ने अग्निवीर अन्य मुद्दों पर विपक्ष के बयानों झूठ बताया और कहा कि देश की सुरक्षा जैसे गंभीर मुद्दे पर वे विपक्ष की गालियां खाकर भी मुंह पर ताला लगाकर काम कर रहे हैं। उनकी सरकार रक्षा क्षेत्र में रिफोर्म कर रही है। उनकी सरकार सेना को भविष्य के युद्धों के लिए योग्य बनाने की दिशा में काम कर रही है। सेना में युवाओं की ताकत बढ़े इस दिशा में काम कर रही है। वहीं विपक्ष चाहता है कि नौजवान सेना में ने जायें। रक्षा रिफोर्म न हों। समझना होगा कि ऐसा करके ये किसके हितों को लाभ पहुंचाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, “आज कांग्रेस झूठ फैला रही है। ये डिफेंस रिफॉर्म के प्रयासों को कमजोर करने का षड्यंत्र कर रहे हैं। दरअसल कांग्रेस के लोग कभी भी भारतीय सेनाओं को ताकतवर होते हुए नहीं देख सकते।”
पेपर लीक रोकने के लिए सरकार गंभीर
पेपर लीक के मुद्दे पर प्रधानमंत्री ने युवाओं का आश्वासन दिया कि सरकार इस दिशा में गंभीर है और इसे रोकने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रही है। दोषियों को कतई नहीं छोड़ा जाएगा। सरकार पहले ही इसको लेकर कड़ा कानून लेकर आ चुकी है।
हिन्दुस्थान समाचार/ अनूप/जितेन्द्र