(अपडेट) मेहसाणा : दुनिया को मिल रहा है भारत के सामर्थ्य का परिचयः प्रधानमंत्री मोदी
गांधीनगर, 30 अक्टूबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को मेहसाणा जिले के डभोड़ा गांव से 5950 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करते हुए कहा कि आज दुनिया को भारत की शक्ति और सामर्थ्य का परिचय मिल रहा है। आज भारत के विकास की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है और इसके मूल में प्रत्येक भारतीय का पुरुषार्थ निहित है।
उन्होंने कहा कि भारत ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचकर दुनिया को अपनी शक्ति का परिचय दिया है, जहां अभी तक कोई देश नहीं पहुंचा है। जी-20 की अध्यक्षता स्वीकार करने के बाद पूरे भारत में इसकी चर्चा हुई। इतना ही नहीं, वैश्विक प्रतिनिधियों ने भारत के वैभव और विरासत के साथ-साथ देश की क्षमता एवं सामर्थ्य का परिचय प्राप्त किया है।
उन्होंने कहा कि एक से बढ़कर एक आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण से भारत विकास-पथ पर और भी तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार जो संकल्प लेती है, उसे अवश्य पूर्ण करती है। केंद्र और राज्य सरकार ने जन-जन के कल्याण के लिए ढांचागत सुविधाओं के निर्माण के लिए एक बड़ा अभियान चलाया है।
उन्होंने अपने उत्तर गुजरात के दौरे को जनता-जनार्दन के रूप में परिवारजनों का दर्शन और वतन की मिट्टी का ऋण अदा करने का अवसर बताते हुए कहा कि आज जिन विकास प्रकल्पों का शिलान्यास और लोकार्पण हो रहा है, वे इस क्षेत्र के विकास को एक नई ऊंचाई प्रदान करेंगे।
उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार ने उत्तर गुजरात के कायाकल्प के लिए अनेक विकास प्रकल्पों को साकार किया है। पहले उद्योग एवं रोजगार से वंचित क्षेत्र की पहचान वाला उत्तर गुजरात आज उद्योगों एवं रोजगार से गतिशील बन गया है। मातृ शक्ति के सहयोग से यहां के डेयरी क्षेत्र के विकास से आई समृद्धि ने देश को प्रेरणा दी है।
प्रधानमंत्री ने आजादी की लड़ाई में आदिवासियों का नेतृत्व करने वाले गोविंद गुरु की पुण्यतिथि पर तथा 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के निर्माण के माध्यम से आने वाली पीढ़ी सिर ऊंचा कर सरदार पटेल को श्रद्धांजलि देगी और उनके जीवन-दर्शन से राष्ट्रभक्ति एवं एकता की प्रेरणा प्राप्त करेगी।
प्रधानमंत्री ने मां अंबा के चरणों में बैठकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करने पर खुशी व्यक्त करते हुए अंबाजी यात्राधाम के विकास और राज्यभर में स्वच्छता अभियान के जरिए प्रेरक कार्य करने पर राज्य सरकार एवं नागरिकों को बधाई दी।
प्रधानमंत्री ने गुजरात के श्रेष्ठ और तीव्र विकास के पिछले दो दशकों के पुरुषार्थ को रेखांकित करते हुए कहा कि आज जिन विकास कार्यों की नींव रखी गई है और जो विकास कार्य शुरू हुए हैं, वे उत्तर गुजरात के वैभव को नए शिखर पर पहुंचाएंगे।
उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार ने इस क्षेत्र के जन-जन के विकास के लिए संकल्प लिया है और इस संकल्प की सिद्धि के लिए कनेक्टिविटी के निर्माण पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के निर्माण से रेलवे लाइन गुजरात के बंदरगाहों तक पहुंचेगी और माल परिवहन क्षेत्र में क्रांति आएगी।
उन्होंने कहा कि सरकार ने पेयजल, सिंचाई, कृषि, ग्राम विकास और औद्योगिक विकास जैसे क्षेत्रों पर जोर देकर उत्तर गुजरात में स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन के लिए आयोजन किया है, जिसके कारण उत्तर गुजरात उद्योगों से गतिशील बन गया है। मां नर्मदा का पानी घर-घर और हर खेत तक पहुंचने से कृषि विकास को नई ताकत मिली है। मोदी ने उत्तर गुजरात में गत 20-22 वर्षों में बड़े पैमाने पर बढ़े सिंचाई के दायरे का उल्लेख किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर गुजरात का आलू आज पूरी दुनिया में मशहूर हो चुका है, गुजरात में एक्सपोर्ट क्वालिटी के आलू का उत्पादन हो रहा है। डीसा के आलू और ऑर्गेनिक आलू की मांग वैश्विक स्तर पर है।
मोदी ने डेयरी सेक्टर में महिलाओं की बड़ी भागीदारी की चर्चा की। प्रधानमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में ग्रीन हाइड्रोजन के रूप में समग्र देश में विकास आगे बढ़ने वाला है, जिसमें उत्तर गुजरात की भूमिका बहुत बड़ी रहने वाली है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “जब हम गुजरात तथा देश के उज्ज्वल भविष्य एवं जनकल्याण के लिए काम कर रहे हैं, तब मैं गुजरात की मिट्टी को नमन कर नई शक्ति प्राप्त कर रहा हूं। गुजरात तथा देश का जो सपना है कि वर्ष 2047 में जब स्वतंत्रता प्राप्ति के 100 वर्ष पूरे हो, तब दुनिया के बड़े-बड़े देशों की पंक्ति में भारत की गणना हो। मेरी और आप सबकी इस इच्छा को पूर्ण करेंगे।”
इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि अंबाजी यात्राधाम में दर्शनार्थी सरलता से आ सकें; इसके लिए जहां एक ओर तारंगा रेलवे लाइन का विकास हो रहा है, वहीं दूसरी ओर धरोई बांध का पर्यटन स्थल के रूप में विकास किया जा रहा है। उन्होंने जोड़ा कि बहुचराजी यात्राधाम को नई डेवलपमेंट ऑथोरिटी में शामिल करते हुए विकास की गति को और तेज बनाकर उत्तर गुजरात को उत्तम गुजरात बनाने की कटिबद्धता इस सरकार की है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 5950 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया गया। इसमें मेहसाणा, अहमदाबाद, बनासकांठा, साबरकांठा, महीसागर, गांधीनगर एवं पाटण जिलों की परियोजनाओं का समावेश किया गया है। इन सभी जिलों के बीच कुल 16 परियोजनाएं हैं, जिनमें से आठ का लोकार्पण तथा आठ का शिलान्यास किया गया।
इन विकास कार्यों में रेलवे तथा गुजरात रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन की परियोजनाओं का कुल मूल्य 5130 करोड़ रुपये है। जल संसाधन विभाग के 270 करोड़ रुपये के कार्यों का लोकार्पण तथा शिलान्यास किया गया। जलापूर्ति विभाग के 210 करोड़ रुपये के चार कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास किया गया। सड़क एवं भवन विभाग के 170 करोड़ रुपये तथा शहरी विकास विभाग के 170 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का शिलान्यास व लोकार्पण किया गया।
कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री दर्शनाबेन जरदोश, राज्य के कैबिनेट मंत्री बलवंतसिंह राजपूत, ऋषिकेशभाई पटेल, जगदीशभाई विश्वकर्मा, कुंवरजीभाई बावलिया, नवसारी के सांसद व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सी.आर. पाटिल, पाटण के सांसद भरतसिंह डाभी, मेहसाणा की सांसद शारदाबेन पटेल, पूर्व उप मुख्यमंत्री नीतीनभाई पटेल, मेहसाणा के विधायक मुकेशभाई पटेल, अन्य राजनीतिक-सहकारिता-सामाजिक क्षेत्र के महानुभाव, संगठन के पदाधिकारी और उत्तर गुजरात के गांव-गांव से बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/बिनोद/आकाश