कॉप-28 : प्रधानमंत्री मोदी ने ग्रीन क्रेडिट पहल पर वैश्विक प्लेटफॉर्म किया लॉन्च
नई दिल्ली, 01 दिसंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को लोगों की भागीदारी के माध्यम से कार्बन सिंक बनाने पर केंद्रित ग्रीन क्रेडिट पहल पर वैश्विक प्लेटफॉर्म लॉन्च किया। यह पोर्टल वृक्षारोपण और पर्यावरण संरक्षण से संबंधित विचारों, अनुभवों और नवाचार को एक स्थान पर एकत्रित करने का काम करेगा।
दुबई में कॉप-28 विश्व जलवायु कार्रवाई शिखर सम्मेलन के दौरान ग्रीन क्रेडिट पहल पर एक विशेष सत्र में कहा, “मैं विशेष कार्यक्रम में आप सभी का स्वागत करता हूं। मैं संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं। मैं संयुक्त अरब अमीरात के साथ इस कार्यक्रम की सह-मेजबानी करके खुश हूं।” उन्होंने स्वीडन के प्रधानमंत्री का इस पहल से जुड़ने के लिए आभार व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरा हमेशा से मानना रहा है कि कार्बन क्रेडिट का दायरा बहुत सीमित है और यह फिलॉसफी कॉमर्शियल एलिमेंट से प्रभावित है। मैंने कार्बन क्रेडिट की व्यवस्था में एक सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी का बहुत अभाव देखा है। हमें हॉलिस्टिक तरीके से नई फिलॉसफी पर बल देना होगा और यही ग्रीन क्रेडिट का आधार है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मानव जीवन में आमतौर पर प्रकृति, विकृति और संस्कृति तीन चीजों का अनुसरण करते हैं। हमारे यहां कहा जाता है- प्रकृति रक्षति रक्षितः। अर्थात् प्रकृति उसकी रक्षा करती है, जो प्रकृति की रक्षा करता है। मैं इस मंच से आह्वान करता हूं कि इस पहल से जुड़ें। साथ मिलकर इस धरती के लिए अपनी भावी पीढ़ियों के लिए एक हरा-भरा, स्वच्छ और बेहतर भविष्य का निर्माण करें।
उन्होंने कहा कि हमें देखना होगा कि क्या करने से पृथ्वी के हेल्थ कार्ड में पॉजिटिव प्वाइंट जुड़े। यही मेरे हिसाब से ग्रीन क्रेडिट है और यही मेरी ग्रीन क्रेडिट की अवधारणा है। हमें नीतियों और निर्णयों में ये सोचना होगा कि उसे पृथ्वी के हेल्थ कार्ड में ग्रीन क्रेडिट कैसे जुड़ेगा।
हिन्दुस्थान समाचार/ सुशील/दधिबल