प्रधानमंत्री शुक्रवार को भारत के सबसे लंबे समुद्री पुल मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक का करेंगे उद्घाटन
मुंबई, 11 जनवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (एमटीएचएल) समुद्री पुल का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री ईस्टर्न फ्रीवे के ऑरेंज गेट को मरीन ड्राइव से जोडऩे वाली भूमिगत सडक़ की आधारशिला रखेंगे। साथ ही सूर्या पेयजल परियोजना का लोकार्पण और मेगा कॉमन फैसिलिटेशन सेंटर 'भारत रत्नम' का उदघाटन भी करेंगे।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर बने इसे समु्द्री पुल के उद्घाटन समारोह में राज्यपाल रमेश बैस, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी मौजूद रहेंगे। एमटीएचएल परियोजना मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) की ओर से एमटीएचएल परियोजना के तहत मुंबई में शिवड़ी-न्हावा सेवा को जोडऩे वाला समुद्री पुल बनाया गया है। इसके निर्माण पर 17,840 करोड़ रुपये आई है। इसकी आधारशिला भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिसंबर, 2016 में रखी थी। यह पुल लगभग 21.8 किमी लंबा छह लेन वाला पुल है, जिसकी लंबाई समुद्र के ऊपर लगभग 16.5 किमी और जमीन पर लगभग 5.5 किमी है। यह मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को तेज़ कनेक्टिविटी देगा। इससे मुंबई से पुणे, गोवा और दक्षिण भारत की यात्रा के समय को भी कम करेगा। इससे मुंबई बंदरगाह और जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह के बीच कनेक्टिविटी में भी सुधार होगा।
यह पुल 100 किमी प्रति घंटे की गति के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह पुल भारत का सबसे लंबा समुद्री पुल है। एमटीएचएल भूकंप, हवा के दबाव और ज्वार को झेलने की क्षमता जैसी विशेष विशेषताओं के साथ बनाया गया है और विशेष संक्षारण प्रतिरोधी मिश्रण और सामग्रियों के साथ 100 साल की सेवा जीवन भी सुनिश्चित करता है।
शुक्रवार को अपने मुंबई दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ईस्टर्न फ्रीवे के ऑरेंज गेट को मरीन ड्राइव से जोडऩे वाली भूमिगत सडक़ सुरंग की आधारशिला भी रखेंगे। यह 9.2 किलोमीटर लंबी सुरंग 8,700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाई जाएगी और यह मुंबई में एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा विकास होगा। इसी तरह प्रधानमंत्री मोदी सूर्या पेयजल परियोजना के चरण 1 को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। 1,975 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित, यह महाराष्ट्र के पालघर और ठाणे जिलों को पेयजल आपूर्ति प्रदान करेगा, जिससे लगभग 14 लाख आबादी को लाभ होगा। प्रधानमंत्री सांताक्रूज़ इलेक्ट्रॉनिक एक्सपोर्ट प्रोसेसिंग ज़ोन- स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन में रत्न और आभूषण क्षेत्र के लिए मेगा कॉमन फैसिलिटेशन सेंटर 'भारत रत्नम' का भी उद्घाटन करेंगे, जो सर्वोत्तम उपलब्ध मशीनों के साथ भारत में अपनी तरह का पहला केंद्र है।
हिन्दुस्थान समाचार/ राजबहादुर/सुनील