राहुल गांधी पर भाजपा ने किया पलटवार, हार से परेशान हैं कांग्रेस इसलिए लोगों को कर रही गुमराह

 


- शेयर मार्केट में उतार-चढ़ाव सामान्य बात: पीयूष गोयल

नई दिल्ली, 6 जून (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राहुल गांधी के आरोपों पर पलटवार करते हुए इसे हार की हताशा करार दिया। भाजपा ने कहा कि नरेन्द्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने से राहुल गांधी परेशान हैं। वे देश के निवेशकों को गुमराह कर रहे हैं। देश की जनता को राहुल गांधी पर भरोसा नहीं है।

गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में भाजपा नेता पीयूष गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है। उनके नेतृत्व में भारत विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। इस बात से राहुल गांधी परेशान हैं, इसलिए लोगों को भ्रम में डाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि शेयर मार्केट में उतार-चढ़ाव सामान्य बात है।

पीयूष गोयल ने कहा कि आज लोगों के सामने सबसे बड़ा प्रश्न ये खड़ा हो रहा है कि जो-जो वादे राहुल गांधी ने किए थे उसका क्या हुआ ? देश में कई जगहों पर हमारी बहनें-माताएं कांग्रेस के कार्यालय के बाहर खड़ी हैं। आज महिलाएं तेलंगाना, हिमाचल और कर्नाटक में कांग्रेस की सरकारों से पूछ रही हैं कि जो एक लाख रुपये प्रति महिला को देने का वादा किया गया था, वो क्यों नहीं पूरा कर रहे हैं। आज महिलाएं कांग्रेस की सरकारों से अपना हक और न्याय मांग रही हैं।

उन्होंने कहा कि भारत का बाजार विश्व के पांच बाजारों में एक है। भारत के बाजर में पब्लिक सेक्टर यूनिट (पीएसयू) लिस्टिंग लगभग चार गुना बढ़ा है। भारत की जनता भी गर्व महसूस कर रही है। उन्होंने कहा कि यूपीए की सरकार के समय भारत का मार्केट कैप 67 लाख करोड़ था जो मोदी सरकार के कार्यकाल में बढ़कर 415 लाख करोड़ हो गया। इसका सबसे बड़ा लाभ भारतीय निवेशकों एवं खुदरा व्यापारियों को हुआ। पहले बाजार में विदेशी एफडीआई होल्डिंग 21 प्रतिशत थी जो अब घटकर 15 प्रतिशत हो गई है। साफ है कि बाजार में भारतीय निवेशकों की हिस्सेदारी 79 से बढ़कर 84 प्रतिशत हो गई है। म्यूच्युअल फंड इंडस्ट्री साइज 2014 में 10 लाख करोड़ रुपये का था, आज 56 लाख करोड़ रुपये का हो गया है। छोटे निवेशकों बढ़ती हुई मार्केट का लाभ मिल रहा है।

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी निवेशकों प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। आज छोटे निवेशक भारत के बढ़ते बाजार का लाभ उठा रहे हैं। विश्व में भारत का बाजार चीन के बाजार से ज्यादा भरोसेमंद है। विश्व का विश्वास भारत पर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि अप्रैल और मई में मार्केट बढ़ रही थी, तब विदेशी निवेशकों ने बेचा और भारतीय निवेशकों ने खरीदा इसका लाभ भारतीय निवेशकों को हुआ। जब एक्जिट पोल की घोषणा हुई 6850 करोड़ रुपये का शेयर विदेशी निवेशकों ने खरीदा और भारत के निवेशकों ने बेच कर लाभ लिया। जब नतीजे आए, तब मार्केट गिरी उस दिन विदेशी निवेशकों ने कम दामों में बेचा और भारत के निवेशकों ने कम दाम में खरीदा। इस अंतराल में कमाई की। देश की जनता इसलिए राहुल गांधी पर भरोसा नहीं करती। भारतीय निवेशकों ने लाभ लिया। मार्केट के उतार चढ़ाव का लाभ निवेशकों को मिला।

उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने देश के लोगों को निवेश की सलाह दी। सरकार ने शेयर बाजार को लेकर भ्रम फैलाया। करीब 30 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।

हिन्दुस्थान समाचार/ विजयलक्ष्मी/प्रभात