प्रधानमंत्री ने झारखंड के देवघर एम्स में 10 हजारवें जन औषधि केंद्र का किया ऑनलाइन उद्घाटन

 




देवघर/रांची (झारखंड), 30 नवम्बर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को नई दिल्ली से देवघर के एम्स स्थित 10 हजारवें पीएम जन औषधि केंद्र का ऑनलाइन उद्घाटन किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने झारखंड के कई जन औषधि केंद्र के लाभुकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत भी की।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे खुशी है कि बाबा की भूमि से मुझे उद्घाटन करने का अवसर मिला। अब गांव के लोगों को सस्ती दवा मिलेगी। उन्होंने कहा कि मेरी इच्छा यही है कि आपके पैसे बचने चाहिए। आपको बीमारी से भी बचाना और आपके जेब में भी पैसे बचाना। इसका मतलब है मोदी की दवाई की दुकान। यहां दो हजार से अधिक दवाइयां 50 से 90 फीसदी दवाओं में डिस्काउंट मिलेंगी। पीएम जन औषधि केंद्र में सरकारी जेनरिक दवाइयों के साथ कुल 1600 दवाइयां उपलब्ध होंगी।

प्रधानमंत्री ने देवघर के एक लाभुक से जन औषधि केंद्र के बारे में जाना और उनसे मिलने वाले फायदे के बारे में पूछा। प्रधानमंत्री के सवाल पर लाभुक ने कहा कि जन औषधि केंद्र से दवाई लेने से उनका 10 से 12 हजार रुपये का खर्च बच जाता है। प्रधानमंत्री ने झारखंड के रामगढ़ जिले में जन औषधि केंद्र चलाने वालीं फार्मासिस्ट से भी इस विषय पर बातचीत की।

देवघर एम्स में आयोजित कार्यक्रम में मौजूद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया और गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने स्वास्थ्य केंद्र और जन औषधि केंद्र का निरीक्षण किया। केंद्रीय मंत्री मांडविया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज महिला सशक्तिकरण और किसानों के विकास के बारे में बात की। केंद्र सरकार का लक्ष्य भारत को कृषि के क्षेत्र में उन्नत बनाना है। नमो ड्रोन दीदी को आज लॉन्च किया गया। इससे महिला कृषि के क्षेत्र में उन्नत बनेगी।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का सपना है भारत को विकसित राष्ट्र बनाना, जिसकी राह पर भारत निकल पड़ा है। हर गरीब परिजन को सस्ते दर पर इलाज और सस्ती दर पर दवाइयां मिलें, प्रधानमंत्री का मुख्य उद्देश्य यही है। इससे न सिर्फ पैसे की बचत होगी, बल्कि गरीबों को बड़ी राहत भी मिलेगी। झारखंड के लिट्टीपाड़ा और सुंदर पहाड़ी में आदिवासी बच्चों की लगातार हो रही मौत पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पूरी घटना की जानकारी मिलने के बाद इन्होंने सांसद निशिकांत दुबे और बाबूलाल मरांडी को क्षेत्र में जाने का निर्देश दिया था। वस्तु स्थिति की पूरी जानकारी लेने के बाद केंद्र सरकार पहल करेगी।

सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि जिस क्षेत्र में डॉक्टर नहीं हैं, बुनियादी सुविधाएं नहीं है, उस क्षेत्र में एम्स जैसे स्वास्थ्य संस्था का होना बहुत बड़ी सौगात है। प्रधानमंत्री ने देवघर एम्स की सौगात देकर इस पिछड़े क्षेत्र को उन्नत बना दिया है। जन औषधि केंद्र खुल जाने से गरीब जनता को बड़ी राहत मिलेगी। इसके पहले लोगों को बेहतर इलाज के लिए कोलकाता, मुंबई, दिल्ली और पटना जैसे क्षेत्र जाना पड़ता था।

हिन्दुस्थान समाचार/ विकास/चंद्र प्रकाश