भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में चार्टर्ड अकाउंटेंट की भूमिका अहम: धनखड़

 


नई दिल्ली, 04 मई (हि.स.)। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ओम प्रकाश धनखड़ ने शनिवार को द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया के नॉर्दन इंडिया रीजनल काउंसिल को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले दस वर्षों में भारत की इकोनॉमी में ऐतिहासिक सुधार हुआ है। भारत दुनिया की सबसे तेजी से उभरती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल है। हमारी सरकार ने एक देश एक टैक्स की नीति को आगे बढ़ाया है। नए टैक्स स्लैब की नीति बनाई है, जिसके तहत मध्यम एवं नौकरीपेशा वर्ग को सात लाख रुपये तक की वार्षिक आय पर कर से राहत मिली है। उद्यमियों को इंस्पेक्टर राज से छुटकारा मिला है। पारदर्शी टैक्स नीति से टैक्स कलेक्शन में भारी बढोतरी हुई है। टैक्स से प्राप्त धन से गरीब कल्याण के कार्य हुए हैं।

धनखड़ ने कहा कि देश की आर्थिक व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने और गति देने में ढांचागत विकास की अहम भूमिका होती है। पिछले दस वर्षों में भाजपा की मोदी सरकार ने इस क्षेत्र को प्राथमिकता दी है। भाजपा के मैनिफेस्टो में भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थ व्यवस्था बनाने और वर्ष 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने का मोदी जी ने संकल्प लिया है। इसमें आप जैसे अर्थव्यवस्था के विशेषज्ञों का अनुभव देश को विकसित बनाने में अहम भूमिका निभाएगा।

भाजपा मैनिफेस्टो समिति सदस्य एवं दिल्ली प्रभारी धनखड़ ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष के दौरान डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में लगभग 19 प्रतिशत की बढ़ोतरी देश की बेहतर इकोनॉमी की ओर इंगित करती है। उन्होंने कहा कि कृषि, उत्पाद, आईटी के अतिरिक्त सेवा क्षेत्र में बड़ी प्रगति हुई है। कोरोना काल में सेवा का क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ, खुशी की बात है कि भाजपा की केंद्र में मोदी सरकार की अच्छी नीतियों की वजह से सेवा के क्षेत्र ने भी गति पकड़ ली है।

धनखड़ ने चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) का आह्वान करते हुए कहा कि भारत की प्रगति में आपका अग्रणी योगदान रहा है और रहेगा। आपने जिस ईमानदारी से देश की प्रगति में योगदान दिया है, भविष्य में भी देश इसी तरह आपसे उम्मीद करता है। आप पूरी ईमानदारी से देश के आर्थिक विकास में अपनी निर्णायक भूमिका निभाएं और मोदी जी के संकल्प और हर भारतवासी के सपनों को साकार करते हुए भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने में अग्रणी भूमिका निभाएं।

हिन्दुस्थान समाचार/विजयलक्ष्मी/आकाश