पीएलएफआई के खिलाफ झारखंड सहित चार राज्यों में राष्ट्रीय जांच एजेंसी की छापेमारी

 


-दो गिरफ्तार, गोला-बारूद बरामद

रांची (झारखंड), 15 दिसम्बर (हि.स.)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) उग्रवादी संगठन के खिलाफ झारखंड सहित चार राज्यों में शुक्रवार को छापेमारी की। इस दौरान एनआईए ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। साथ ही हथियार और गोला-बारूद बरामद किया है।

अधिकारिक जानकारी के अनुसार एनआईए ने पीएलएफआई उग्रवादी संगठन से जुड़े झारखंड, बिहार, मध्य प्रदेश और नई दिल्ली में कुल 23 स्थानों की तलाशी ली। इनमें झारखंड में 19 स्थान (गुमला, रांची, खूंटी, सिमडेगा, पलामू और पश्चिमी सिंहभूम जिले), बिहार (पटना जिला) और मध्य प्रदेश (सिद्धि जिले) में एक-एक स्थान और नई दिल्ली में दो स्थान शामिल हैं।

एनआईए ने जिन आरोपितों और संदिग्धों के खिलाफ कार्रवाई की, वे सभी झारखंड में पीएलएफआई के कैडर और समर्थक थे। वे हिंसक वारदातों और आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश में शामिल थे। छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किए गए दो लोगों की पहचान बिहार के रमन कुमार सोनू उर्फ सोनू पंडित और दिल्ली के दक्षिण-पश्चिम जिले के निवेश कुमार के रूप में हुई। तलाशी के दौरान दो पिस्तौल, जिंदा कारतूस (7.86 मिमी) तीन लाख रुपये समेत अन्य सामान बरामद किया गया है।

एनआईए की अब तक की जांच से पता चला है कि पीएलएफआई के कैडर झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में विभिन्न कोयला व्यापारियों, ट्रांसपोर्टरों, रेलवे ठेकेदारों और व्यापारियों से जबरन वसूली के माध्यम से धन जुटाने में शामिल थे। वे सुरक्षा बलों पर हमले, हत्या, आगजनी सहित विभिन्न उग्रवादी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश भी रच रहे थे। साथ ही समाज में आतंक पैदा करने के लिए विस्फोटक का उपयोग कर रहे थे। यह भी पता चला है कि झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ और अन्य पीएलएफआई प्रभावित राज्यों में संगठन को पुनर्जीवित और विस्तारित करने का प्रयास किया जा रहा था।

हिन्दुस्थान समाचार/ विकास/चंद्र प्रकाश