एआई सुरक्षा तकनीक से देश के 23.5 लाख विद्यार्थियों ने दी नीट-यूजी परीक्षा
- राजस्थान के 24 शहरों में 1.92 लाख एवं कोटा के 56 सेंटर पर 27,119 विद्यार्थियों ने दिया पेपर
नई दिल्ली/कोटा, 5 मई (हि.स.)। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी, 2024 रविवार को दोपहर 2 से शाम 5ः20 बजे तक आधुनिक तकनीक के कडे़ सुरक्षा घेरे में शांतिपूर्वक आयोजित की गई। देश के 557 शहरों में 23.50 लाख (98 प्रतिशत) परीक्षार्थियों ने पेन-पेपर मोड में परीक्षा दी। विदेश के 14 शहरों में भी यह परीक्षा हुई।
एनटीए के जोनल कॉर्डिनेटर प्रदीपसिंह गौड ने बताया कि नीट-यूजी परीक्षा के लिये राजस्थान के 24 शहरों के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस द्वारा टेबलेट स्क्रीन पर परीक्षार्थी का डेटाबेस आ जाने से बायोमेट्रिक स्केनिंग तेजी से हुई। इस तकनीक से परीक्षार्थियों को कोई असुविधा नहीं हुई। जूमर के माध्यम से कड़ी सुरक्षा के बीच परीक्षा हुई।
उन्होंने बताया कि राज्य में इस वर्ष 1.97 लाख पंजीकृत परीक्षार्थियों में से 1.92 लाख ( 97.5 प्रतिशत) परीक्षा देने पहुंचे। कोटा में 27,456 पंजीकृत परीक्षार्थियों से 27,119 ने 56 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा दी। 337 छात्र अनुपस्थित रहे। कोटा, जयपुर, जोधपुर, अजमेर, उदयपुर, भरतपुर, अलवर, बीकानेर, बांसवाडा, श्रीगंगानगर, जैसलमेर, बाडमेर, बारां, झुंझनू, सीकर, सिरोही, सवाईमाधोपुर, पाली, नागौर, चुरू, दौसा, धौलपुर, करौली के परीक्षा केंद्रों पर सुबह से शाम तक विद्यार्थियों एवं अभिभावकों की हलचल बनी रही। प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी कोटा के परीक्षा केन्द्रों पर गर्ल्स परीक्षार्थियों की संख्या सर्वाधिक रही।
24.06 लाख में 13.63 लाख छात्रायें -
इस वर्ष भी डॉक्टर बनने की दौड़ में बेटियां आगे रहीं। नीट-यूजी 2024 के लिये 24 लाख 6 हजार परीक्षार्थी पंजीकृत हुये, जिनमें 13.63 लाख छात्रायें एवं 10.18 लाख छात्र शामिल हैं। पिछले वर्ष इस परीक्षा में 20,87,449 पंजीकृत हुये थे। इस वर्ष 2,94,384 परीक्षार्थी बढ़े हैं।
रिजल्ट में 12 लाख क्वालिफाई होने की उम्मीद-
एनटीए ने नीट-यूजी, 2023 में 20.87 लाख परीक्षार्थियों में से 11.45 लाख को काउंसलिंग के लिये क्वालिफाई घोषित किया था। इस वर्ष 2.94 लाख परीक्षार्थियों की संख्या बढ़ने एवं एमबीबीएस व बीडीएस की सीटें बढ़ जाने से 12 लाख से अधिक परीक्षार्थियों को काउंसलिंग के लिए क्वालिफाई होने का अनुमान है।
ओबीसी के छात्र सामान्य वर्ग से 4 लाख ज्यादा-
खास बात यह है कि मेडिकल कॉलेजों में 27 प्रतिशत आरक्षण होने से ओबीसी-एनसीएल वर्ग के सर्वाधिक 10,43,084 परीक्षार्थी रहे, जबकि सामान्य वर्ग में परीक्षार्थी घटकर 6,43,596 रह गये। इसी तरह, एससी वर्ग के 3,52,107 एवं एसटी वर्ग के 1,54,489 ने नीट-यूजी परीक्षा दी। सामान्य कमजोर आय वर्ग के 1.88.557 ने भी इसमें रूचि दिखाई।
720 अंकों के 200 प्रश्न पूछे-
एनटीए ने नीट-यूजी के पेपर में फिजिक्स, केमिस्ट्री, जूलॉजी व बॉटनी चारों विषयों से 720 अंकों के कुल 200 प्रश्न पूछे गये। प्रत्येक विषय के सेक्शन ए में 35 प्रश्न एवं सेक्शन-बी में 15 प्रश्न रहे, जिसमें से 10 प्रश्न हल करना था। प्रत्येक प्रश्न 4 अंकों का है। गलत उत्तर होने पर एक अंक की नेगेटिव मार्किंग होगी। अब परीक्षार्थी अपना संभावित एनटीए स्कोर पता करने के लिये अधिकृत ‘आंसर की’ का इंतजार कर रहे हैं।
10 वर्ष में दोगुना हुई एमबीबीएस सीटें-
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया के अनुसार, इस वर्ष देश के 706 सरकारी व प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की अधिकृत सीटें बढ़कर 1,08,940 हो गई हैं, जो 2014 में 51,348 थीं। इस तरह 10 वर्षों में 57,591 एमबीबीएस की सीटों में वृद्धि हुई है। इसी तरह बीडीएस के 323 कॉलेज की 28,088, आयुष पाठ्यक्रम की कुल 55,851 सीटों पर भी नीट-यूजी में क्वालिफाई विद्यार्थियों को अवसर मिलेगा। नीट-यूजी 2024 का रिजल्ट 14 जून को घोषित किया जायेगा।
हिन्दुस्थान समाचार/अरविंद/ईश्वर/सुनीत