संविधान के प्रति लोगों को जागरुक कर रही है सरकार : कोविंद

 


नई दिल्ली, 07 दिसंबर (हि.स.)। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि देश के हर नागरिक को संविधान के बारे में पर्याप्त जानकारी होनी चाहिए। वर्तमान सरकार के प्रयासों से लोग संविधान के प्रति जागरुक हो रहे हैं । कोविंद ने गुरुवार को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) में 'नए भारत का सामवेद' पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि देश के लोग जब संविधान को जानेंगे तो उन्हें यह अहसास होगा कि संविधान की रचना करने वालों ने कैसे समाज के हर व्यक्ति की चिंता की थी। हमारा संविधान जागृत संविधान है। इसमें जरूरी संशोधन की व्यवस्था की गई है। धारा 370 को खत्म किया जाना इसका उदाहरण है।

आईजीएनसीए के समवेत सभागार में प्रभात प्रकाशन द्वारा प्रकाशित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संविधान से जुड़े उद्बोधन के संकलन के विषय में आईजीएनसीए के सदस्य सचिव डॉ. सच्चिदानंद जोशी ने बताया कि ‘नए भारत का सामवेद’ नामक पुस्तक प्रधानमंत्री मोदी के संविधान पर दिए गए भाषणों का एक संकलित पुस्तक है। इसमें जो भी कंटेंट है वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वेबसाइट से लिया गया है। इसमें कोई भी संपादन नहीं किया गया है।

लोकार्पण अवसर पर केन्द्रीय संस्कृति एवं विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने अपने वक्तव्य में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी डॉ. भीमराव अंबेडकर के सपनों को पूरा कर रहे हैं। उन्होंने संविधान को एक किताब से बाहर निकालकर जमीन पर उतारने का काम किया है। आजादी के बाद जो सरकार बनीं उसने बाबा साहेब के सिद्धांतों को दरकिनार कर दिया। कुछ लोग बाबा साहेब के नाम पर मुख्यमंत्री भी बन गए लेकिन वह उनके सिद्धांतों पर चल नहीं सके। लेकिन आज मोदी सरकार बिना भेदभाव किए समाज निर्माण में जुटी है। सरकार के जिम्मेदार लोग अपने कर्तव्यों के पालन में जुटे हैं। यह समझना होगा कि जब हम अपने कर्तव्य का पालन करते हैं तो किसी के अधिकारों की पूर्ति भी होती है।

वरिष्ठ पत्रकार व इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के अध्यक्ष रामबहादुर राय ने इस अवसर पर कहा प्रधानमंत्री मोदी ने संविधान और बाबा साहेब के वनवास को खत्म करने का काम किया है। वह एक मननशील प्रधानमंत्री हैं। कोई मननशील प्रधानमंत्री ही संविधान दिवस की घोषणा कर सकता है। प्रधानमंत्री मोदी ने वर्ष 2015 में 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी। यह कोई छोटी घटना नहीं है। प्रधानमंत्री के प्रयासों से लोगों में संविधान के प्रति जागरूकता बढ़ी है। प्रधानमंत्री मोदी यशस्वी प्रधानमंत्री तो हैं ही, साथ ही वह एक मननशील प्रधानमंत्री भी है।

हिन्दुस्थान समाचार/आशुतोष/जितेन्द्र