मप्रः जबलपुर में 20 जुलाई को इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव, अनिल अंबानी ने रक्षा क्षेत्र में दिखाई रुचि
-मप्र में होगा 1.60 लाख करोड़ रुपये का निवेश, दो लाख लोगों को मिलेगा रोजगार
भोपाल, 15 जुलाई (हि.स.)। मध्यप्रदेश के जबलपुर में 20 जुलाई को इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव होगी। ऐसी ही 5 कॉन्क्लेव और आयोजित की जाएगी। गत दिनों उद्योगपतियों के साथ हुई बैठक में रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप ने शहडोल में रक्षा क्षेत्र में 50 हजार करोड़ रुपये की इच्छा जताई है। बैतूल, शहडोल और दमोह में 17 हजार करोड़ रुपये के निवेश का जेएस डब्ल्यू लिमिटेड ने प्रस्ताव दिया है। उज्जैन में हुई पहली रीनल इन्वेस्टर्स समिट और मुंबई में मिले निवेश के प्रस्तावों को मिला लिया जाए तो प्रदेश में एक लाख 60 हजार करोड़ रुपये से अधिक का निवेश होगा, जिससे दो लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।
यह जानकारी मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सोमवार को मंत्रालय में पत्रकार वार्ता में दी। उन्होंने कहा कि जब प्रदेश में निवेश आएगा तो प्रदेश की आर्थिक समृद्धि भी बढ़ेगी। उज्जैन में हुई कॉन्क्लेव की सफलता के बाद अब छह रीजनल कॉन्क्लेव करने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुंबई में उद्योगपतियों के साथ बैठक की थी। उन्हें 20 जुलाई को होने वाली रीजनल कॉन्फ्रेंस के लिए बुलाया है। अगस्त में ग्वालियर और फिर सागर में होने वाली रीजनल कॉन्क्लेव के लिए भी उद्योगपतियों ने प्रस्ताव दिए हैं।
जबलपुर कॉन्क्लेव में 1500 निवेशकों के प्रस्ताव
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में बिजली, पानी, लॉ एंड ऑर्डर अनुकूल है। हम निवेशकों से यही प्रोडक्ट बनाने की बात कर रहे हैं। जबलपुर रीजनल इंडस्ट्री काॅन्क्लेव में 1500 निवेशकों के प्रस्ताव आए हैं। इसमें ताईवान और मलेशिया के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। 70 प्रोजेक्ट का लोकार्पण और शिलान्यास होगा। इनमें 1222 करोड़ का निवेश प्रस्तावित है। अक्टूबर में रीवा में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव होगी।
निवेश के लिए सबसे अच्छा राज्य है मध्य प्रदेश
उन्होंने कहा कि प्रदेश निवेश के लिए सबसे अच्छा राज्य है। यहां बिजली, भूमि, पानी और मानव संसाधन उपलब्ध है। कानून व्यवस्था की स्थिति अच्छी है। उद्योग प्रदेश के सभी अंचलों में लगें, इसलिए रीजनल इन्वेस्टर्स समिट की शुरुआत की है। पहली समिट उज्जैन में हुई, जिसके अच्छे परिणाम सामने आए हैं।
उन्होंने बताया कि एग्रो आयल एंड गैस के प्रबंध संचालक प्रणव अडानी ने 75000 करोड़, जेके सीमेंट ने 4000 करोड़, एशियन पेंटस ने 2000 करोड़, एचईजी ने 1,800 करोड़, वोल्वो आयशर और हिंदुस्तान इंजीनियरिंग इंडस्ट्रीज ने 1500-1500 करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव दिए हैं। इस निवेश से लगभग एक लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। इसी तरह मुंबई में विभिन्न उद्योगपतियों से अलग-अलग चर्चा में 73 हजार 950 करोड़ रुपये के निवेश की इच्छा जताई गई है। इसमें रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप ने शहडोल में रक्षा क्षेत्र में 50 हजार करोड़ रुपये, जेएस डब्ल्यू लिमिटेड ने बैतूल, शहडोल और दमोह में 17 हजार करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव दिया है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि एलएंडटी ने इंदौर में दो हजार करोड़, ग्रेसिम इंडस्ट्रीज ने नागदा में 4000 करोड़ गोदरेज कन्ज्यूमर प्रोडक्टस ने मालनपुर भिंड में 450 करोड़ और योटा डेटा सर्विस ने इंदौर में 500 करोड़ रुपये निवेश की प्रतिबद्धता जताई है। इससे भी लगभग एक लाख रोजगार के अवसर सृजित होंगे। महिंद्रा होलीडे ने देवास और बांधवगढ़ में 750, ओबेराय होटल ग्रुप ने 400 करोड़ और साज होटल ग्रुप ने वाइल्ड लाइफ टूरिज्म के क्षेत्र में निवेश के प्रस्ताव दिए हैं।
मुख्यमंत्री कहा कि हम चाहते हैं कि प्रदेश में न केवल उद्योग लगे, बल्कि उत्पाद भी यहीं तैयार हों। कच्चा माल अन्य प्रांतों में न जाए। इससे रोजगार के अवसर और आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी। 25 जुलाई को तमिलनाडु के कोयंबटूर में उद्योगपतियों से चर्चा होगी। अगस्त में बेंगलुरू और सितंबर में दिल्ली में इसी तरह के कार्यक्रम किए जाएंगे। सितंबर में ही इंदौर में टेक्सटाइल कान्क्लेव होगा। उज्जैन में मेडीकल डिवाइस पार्क को विस्तार दिया जा रहा है तो धार में पीएम मित्रा पार्क से बड़ा रोजगार उपलब्ध होगा। उन्होंने यह भी कहा कि जो किसी भी कारण से उद्योग नहीं लगा पाएगा, उससे भूमि लेकर दूसरे को दे दी जाएगी। पूर्व में हुई इन्वेस्टर्स समिट को लेकर कहा कि उसमें भी निवेश आया है।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर / आकाश कुमार राय