मध्य प्रदेश के लिए यह अभ्युदय का समय : ज्योतिरादित्य सिंधिया
भोपाल, 25 दिसंबर (हि.स.)। केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जन्म जयंती के विशेष अवसर पर कहा कि यह मध्य प्रदेश के अभ्युदय का समय है।
केंद्रीय संचार मंत्री सिंधिया ग्वालियर में आयोजित “अभ्युदय मध्य प्रदेश ग्रोथ समिट” को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ग्वालियर की धरती से आज प्रदेश के विकास को एक गति मिली है। उन्होंने ग्वालियर आये सभी निवेशकों एवं उद्योगपतियों का हृदय से स्वागत करते हुए कहा कि यह प्रदेश का प्रवेश द्वार है। स्व. अटल जी जैसे मूर्धन्य राजनेता देने वाले इस शहर ने देश और दुनिया को नई सोच और नये विचार दिए हैं।
उन्होंने कहा कि यह दिवस अटल जी के सम्मान में केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि उत्तरदायित्व का दिवस है। भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी के अवसर पर आयोजित यह ग्रोथ समिट विकास के एक मजबूत स्तंभ की स्थापना जैसा है। स्व.अटल जी के आदर्शों और मूल्यों को आत्मसात करते हुए आज विकास की ठोस नींव रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि सुशासन किसी भी राष्ट्र की जड़ों को मजबूत करता है। जैसे वृक्ष की वृद्धि उसकी मजबूत जड़ों पर निर्भर करती है, उसी प्रकार देश का विकास सुशासन के आधार पर आगे बढ़ता है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सुशासन आज सरकार की कार्यप्रणाली का मूल आधार बन चुका है।
उन्होंने कहा कि देश में सुरक्षा, राष्ट्रीय एकता और कानून व्यवस्था को वैश्विक स्तर पर सराहना मिली है। अनुच्छेद 370 के उन्मूलन के बाद देश में शांति और स्थिरता का वातावरण स्थापित हुआ है। नक्सलवाद और आतंकवाद के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई कर आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की गई है। उन्होंने कहा कि यह दृढ़ नेतृत्व और स्पष्ट निर्णय क्षमता का परिणाम है।
केंद्रीय संचार मंत्री ने कहा कि श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी दूरदृष्टा नेता थे। उनके लिए राजनीति सत्ता प्राप्त करने का माध्यम नहीं, बल्कि परिवर्तन और राष्ट्र सेवा का साधन थी। उनका जीवन संघर्ष, संवेदनशीलता और सिद्धांतों का अद्भुत संगम रहा है। आज भारत जनसेवा और जनभागीदारी के माध्यम से वैश्विक मंच पर एक सशक्त राष्ट्र के रूप में उभर रहा है। यह विकास यात्रा स्व.अटल जी के विचारों और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व का सजीव उदाहरण है। उन्होंने कहा कि अटल जी का जीवन, उनकी कविताएं और उनके विचार आज भी देश को दिशा देने का कार्य करते हैं। सुशासन और जनकल्याण ही किसी भी सरकार का अंतिम उद्देश्य होना चाहिए। यही श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की सच्ची विरासत है।
विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि यह कार्यक्रम भारतरत्न, पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के व्यक्तित्व और कृतित्व को श्रद्धा-सुमन अर्पित करने का सशक्त माध्यम है। शताब्दी वर्ष के अवसर पर इस प्रकार का आयोजन होना वास्तव में सोने पर सुहागा है। इस अवसर पर जिले की औद्योगिक इकाइयों के भूमिपूजन का कार्य संपन्न हो रहा है, जो क्षेत्र के औद्योगिक विकास को नई गति प्रदान करेगा। साथ ही ग्वालियर द्वारा वर्ष 1905 से आयोजित होने वाले ऐतिहासिक ग्वालियर मेले का शुभारंभ भी किया गया है, जो स्थानीय परंपरा और आर्थिक गतिविधियों का महत्वपूर्ण प्रतीक रहा है।
तोमर ने कहा कि आज के दिन अटल म्यूजियम का लोकार्पण होना गौरव की बात है। यह म्यूजियम अटलजी की स्मृतियों, विचारों और सार्वजनिक जीवन की झलक को संजोए हुए है। उन्होंने कहा कि अटल म्यूजियम आने वाली पीढ़ियों को अटल जी के आदर्शों, मूल्यों और आचरण से परिचित कराएगा तथा उन्हें राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरित करेगा। यह केवल एक संग्रहालय नहीं, बल्कि विचार और प्रेरणा का केंद्र है, जो समाज को सकारात्मक दिशा देने का कार्य करेगा।
कार्यक्रम में औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र सिंह ने आयोजन के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर प्रदेश के मंत्रीगण तुलसीराम सिलावट, प्रद्युम्न सिंह तोमर, नारायण सिंह कुशवाह, एदल सिंह कंषाना, राकेश शुक्ला, चेतन्य काश्यप, पूर्व मंत्री लाल सिंह आर्य, सांसदगण भारत सिंह कुशवाह, संध्या राय, शिवमंगल सिंह तोमर सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।
इनके अलावा जेके टायर के प्रबंध निदेशक अंशुमन सिंघानिया, प्रबंध निदेशक ग्रीनको अनिल कुमार चलामला सेट्टी, एलेक्जर इंडस्ट्री के अध्यक्ष अरुण गोयल, दलित चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष डॉ. मिलिंद कामले, एलएनजे भीलवाड़ा समूह के चेयरमैन रिजू झुनझुनवाला, सर्विस एक्सपोर्ट काउंसिल के डायरेक्टर जनरल अभय सिन्हा, सीआईआई के अध्यक्ष आशीष वैश्य, रमनीक पॉवर के डायरेक्टर कम प्रमोटर आशीष त्रिवेदी, न्यू जील फैशन वियर के अध्यक्ष दीनबंधु त्रिवेदी, इनशोलेशन ग्रीन एनर्जी के अध्यक्ष मनीष गुप्ता, डाबर इंडिया के सीईओ मोहित मल्होत्रा, टोरेंट पॉवर के निदेशक जिगिश मेहता, गौतम सोलर प्राइवेट लिमिटेड के अध्यक्ष गौतम मोहंका, सागर ग्रुप के अध्यक्ष सुधीर अग्रवाल, कॉस्मिक पीवी पॉवर के अध्यक्ष जेनीश घाऐल, मैकेन फूड के निदेशक अमिताभ बख्शी, प्रेस्टीज ग्रुप के प्रमोटर कम डायरेक्टर हिमांशु जैन, गोकलदास एक्सपोर्ट के डायरेक्टर प्रभास सिंह सहित औद्योगिक संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं उद्योगपति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
भारत रत्न अटलजी की कलात्मक तस्वीर ने मन मोहा
ग्वालियर के मेला मैदान में आयोजित हुई “मध्यप्रदेश अभ्युदय ग्रोथ समिट” के मुख्य मंच पर सजी भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भव्य एवं भावपूर्ण तस्वीर (पोट्रेट) ने सभी अतिथियों का मन मोह लिया। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह व मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सहित मंचासीन गणमान्य अतिथियों ने इस चित्र के समक्ष श्रद्धांजलि अर्पित की। संयमित रंग-संयोजन, सूक्ष्म रेखांकन और मुखमंडल पर उकेरी गई सहज करुणा व राष्ट्रभाव ने अतिथियों को ठहरकर इस तस्वीर को देखने को विवश कर दिया। चित्र में अटलजी की दृष्टि भविष्य की ओर आश्वस्त होकर देखती प्रतीत हो रही थी। ऐसा लग रहा था मानो अटलजी विकास, संवाद और लोकतांत्रिक मूल्यों का संदेश दे रहे हैं। अटलजी की यह प्रभावशाली तस्वीर शासकीय ललित कला महाविद्यालय, ग्वालियर के प्रो. एवं ख्यात चित्रकार उमेंद्र वर्मा द्वारा तैयार की गई है। यह चित्र ग्वालियर कलेक्टर रुचिका चौहान के आग्रह पर विशेष रूप से बनाया गया, जिससे समिट के मंच पर अटलजी की प्रेरणा सजीव रूप में उपस्थित रहे।
पराली से गढ़ी अटलजी की प्रतिमा भेंट की
मध्य प्रदेश अभ्युदय ग्रोथ समिट के अवसर पर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह को मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पराली से निर्मित भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की आकर्षक प्रतिमा स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट की। यह विशिष्ट एवं पर्यावरण–संवेदनशील कलाकृति नव उद्यमी शुभम सिंह की क्राफ्ट कंपनी द्वारा तैयार की गई है। पराली जैसे साधारण कृषि अवशेष से साकार की गई अटल जी की यह प्रतिमा रचनात्मकता, पर्यावरण संरक्षण व नवाचार का संदेश दे रही थी।__________________
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर