'मोदी की गारंटी' से लोगों के जीवन में आई खुशहाली की गारंटी
नई दिल्ली, 09 दिसंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विकसित भारत संकल्प यात्रा (वीबीएसवाई) के लाभार्थियों से बातचीत की। इस दौरान सरकार की प्रमुख योजनाओं के लाभार्थियों ने उनके जीवन में आई खुशहाली तक के सफर को साझा किया। लाभार्थियों ने बताया कि कैसे केन्द्र सरकार की योजनाओं ने न केवल उनके जीवन को रौशन किया बल्कि अब वे भी कई लोगों को प्रेरित कर पा रहे हैं।
वीबीएसवाई लाभार्थी ट्रांसजेंडर मोना ने बताया कि वे काफी मुश्किलों में थीं, जब उन्होंने अपना काम शुरू करने का मन बनाया। इसके लिए पीएम स्वनिधि योजना के माध्यम से 10,000 रुपये का ऋण लिया, जिससे चंडीगढ़ में चाय की दुकान स्थापित की। मूल रूप से रांची की रहने वाली मोना ने बताया कि नगर निगम की एक कॉल थी, जिसमें ऋण की उपलब्धता के बारे में जानकारी दी गई थी। उसके बाद 10 हजार, 20 हजार और अब 50 हजार रुपये का लोन लेकर चाय की दुकान को अच्छे से चला रही हैं। उन्होंने बताया कि चाय की दुकान पर अधिकतम लेनदेन यूपीआई के माध्यम से होता है। उन्होंने बताया कि चाय की दुकान सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक चलाती हैं। अब वे आत्मनिर्भर हैं।
बिहार के दरभंगा की एक गृहिणी और वीबीएसवाई लाभार्थी प्रियंका देवी ने बताया कि उनके पति मुंबई में दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करते हैं और उन्होंने विशेष रूप से वन नेशन वन राशन कार्ड योजना, पीएमजीकेएवाई और जन धन योजना का लाभ उठाया है। कोरोना महामारी के दौरान और उसके बाद परिवार की आर्थिक स्थिति दयनीय हो गई थी। उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं से लाभान्वित हो कर बच्चों की शिक्षा और अपने परिवार के स्वास्थ्य की बेहतर देखभाल करने में सक्षम बनाया है। 'मोदी की गारंटी' वाहन के प्रति उत्साह व्यक्त करते हुए प्रियंका ने कहा कि वीबीएसवाई वैन का मिथिला क्षेत्र के पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ स्वागत किया जा रहा है।
आईटीआई प्रमाणित किसान और हार्डवेयर इंजीनियरिंग में डिप्लोमा धारक अल्पेशभाई चंदूभाई निजामा ने बताया कि वे अपनी नौकरी छोड़ कर 40 एकड़ की अपनी पैतृक भूमि पर किसान बनने का फैसला किया। उन्होंने राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ उठाया, जहां उन्होंने रियायती कीमतों पर कृषि उपकरण खरीदे। आज वे आत्मनिर्भर हो कर दूसरे लोगों को भी प्रेरित कर रहे हैं।
कर्नाटक के तुमकुर के रहने वाले मुकेश एक घरेलू उपकरण दुकान के मालिक हैं। उन्होंने बताया कि वे पहले नौकरी करते थे लेकिन अब वे नौकरी देने वाले बन गए हैं। उन्होंने बताया कि अपना व्यवसाय स्थापित करने के लिए पीएम मुद्रा योजना ऋण के तहत 4.5 लाख रुपये का ऋण लिया था। उन्होंने बताया कि आज वे 3 लोगों को रोजगार दे रहे हैं। मुकेश ने बताया कि उन्हें एक सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से मुद्रा ऋण और बैंकों के नियमों की जानकारी दी गई थी।
हिन्दुस्थान समाचार/ विजयलक्ष्मी/दधिबल