डोडा और रियासी में आतंकवादियों की तलाश और तेज हुई, जंगलों में तलाशी अभियान

 


जम्मू, 13 जून (हि.स.)। केंद्र शासित प्रदेश में हाल के हमलों में शामिल आतंकवादियों का पता लगाने और उन्हें मार गिराने के लिए जम्मू-कश्मीर के विभिन्न जिलों खासकर डोडा और रियासी में गुरुवार को बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान जारी है। इस दौरान चल रहे अभियानों में जंगलों का चप्पा-चप्पा खंगाला जा रहा है।

अधिकारियों ने बताया कि पिछले चार दिनों में आतंकवादियों ने रियासी, कठुआ और डोडा जिलों में चार जगहों पर हमले किए, जिसमें नौ तीर्थ यात्रियों की मौत हो गई और एक सीआरपीएफ जवान बलिदान हो गया, सात सुरक्षाकर्मी और कई अन्य घायल हो गए। कठुआ में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादी भी मारे गए और उनके पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया।

अधिकारियों के अनुसार सेना, पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने सुबह डोडा जिले के गंदोह, चट्टागल्ला और आसपास के इलाकों में कोटा टॉप में तलाशी अभियान गुरुवार को फिर से शुरू किया, जहां मंगलवार और बुधवार को आतंकवादियों के साथ अलग-अलग मुठभेड़ों में दो पुलिसकर्मियों सहित सात सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे। अधिकारियों ने कहा कि अभी तक भागे हुए आतंकवादियों से कोई नया संपर्क नहीं हुआ है। पुलिस ने बुधवार को जिले में दो हमलों में शामिल चार आतंकवादियों के स्केच जारी किए थे और उनकी गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को 20 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी।

इससे पहले पुलिस ने रविवार को रियासी जिले में तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस पर हमले में शामिल एक आतंकवादी का स्केच जारी करते हुए 20 लाख रुपये का नकद इनाम देने की घोषणा की थी जिसमें नौ लोग मारे गए थे और 41 घायल हो गए थे। अधिकारियों ने कहा कि रियासी के साथ-साथ राजौरी जिले में भी तलाशी अभियान जारी है। राजौरी के नौशेरा और पुंछ से सटे इलाकों में भी तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि संभावित आतंकी खतरे के बारे में खुफिया सूचनाओं के मद्देनजर कठुआ, सांबा और जम्मू जिलों में भी सुरक्षा बलों को अलर्ट पर रखा गया है।

कठुआ में मंगलवार रात से शुरू हुई और 15 घंटे से अधिक समय तक चली भीषण मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने दो आतंकवादियों को मार गिराया। इस अभियान में सीआरपीएफ का एक जवान भी बलिदान हो गया जबकि एक नागरिक घायल हो गया। पुलिस ने बुधवार को एक एडवाइजरी जारी की थी जिसमें जम्मू क्षेत्र के निवासियों से संदिग्ध व्यक्तियों और वस्तुओं की आवाजाही के बारे में सतर्क रहने का आग्रह किया गया था। राजौरी और जम्मू जिलों के कुछ हिस्सों में आतंकी खतरे की संभावना का सुझाव देने वाली खुफिया सूचनाओं के बाद यह एडवाइजरी जारी की गई थी।

हिन्दुस्थान समाचार/बलवान /सुनीत