मराठा समाज के सभी लोगों को आरक्षण देना संभव नहीं : गिरीश महाजन

 


- मराठा समाज के नेता मनोज जारांगे पाटिल 24 दिसंबर के बाद आंदोलन पर अडिग

मुंबई, 21 दिसंबर (हि.स.)। महाराष्ट्र के मंत्री गिरीश महाजन ने कहा कि मराठा समाज के सभी लोगों को आरक्षण देना संभव नहीं है। मराठा समाज के नेता मनोज जारांगे पाटिल को इसे समझना चाहिए और सरकार को सहयोग करना चाहिए। हालांकि, मराठा नेता मनोज जारांगे पाटिल अपनी मांग पर अटल हैं और उन्होंने कहा कि अगर 24 दिसंबर तक मराठा समाज के सभी लोगों को आरक्षण नहीं मिला तो समाज के लोग मुंबई में आकर आंदोलन करेंगे।

महाराष्ट्र सरकार के मंत्री गिरीश महाजन, उदय सामंत और संदीपन भूमरे ने गुरुवार को जालना जिले के अंतरवाली सराटी गांव में जाकर मराठा नेता मनोज जारांगे पाटिल से मुलाकात की। इन मंत्रियों ने मनोज जारांगे पाटिल को समझाने का प्रयास किया और बताया कि मराठा समाज को एकमुश्त (सभी मराठा) को आरक्षण नहीं दिया जा सकता है। गिरीश महाजन ने कहा कि सरकार मराठा समाज को टिकाऊ आरक्षण देने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रही है, इसलिए मनोज जारांगे को भी सरकार को समय देना चाहिए।

गिरीश महाजन ने कहा कि जिन मराठा समाज के लोगों के पास निजामकालीन दस्तावेज मिल रहे हैं, उनके खून के रिश्तेदारों को कुनबी जाति का प्रमाणपत्र दिया जाएगा। दूसरी तरफ, मनोज जारांगे की मांग है कि सभी मराठा समाज के लोगों को आरक्षण दिया जाए, यह संभव नहीं है। साथ ही मनोज जारांगे की मांग है कि अगर मां मराठा है और बाप मराठा नहीं है तो उनकी संतान को भी आरक्षण दिया जाना चाहिए। गिरीश महाजन ने कहा कि हिंदू धर्म के अनुसार जाति बाप के आधार पर तय की जाती है। इसलिए मनोज जारांगे की मांग बाद में कोर्ट में नहीं टिकेगी। इसी वजह वे मनोज जारांगे को समझाने का प्रयास कर रहे हैं।

मनोज जारांगे ने कहा कि राज्य सरकार ने उन्हें आश्वस्त किया था कि 24 दिसंबर तक मराठा समाज को आरक्षण दिया जाएगा। सरकार ने फरवरी महीने में विधानमंडल का विशेष अधिवेशन बुलाकर आरक्षण देने की घोषणा बुधवार को नागपुर में की है। इससे लगता है कि सरकार मराठा समाज को टालना चाहती है। इसी वजह से मराठा समाज मुंबई में आंदोलन की तैयारी कर रहा है तो समाज के लोगों को नोटिस जारी किया जा रहा है। मनोज जारांगे ने कहा कि आज तीन मंत्री उन्हें सिर्फ समझा रहे हैं, जबकि उन्हें जो आश्वासन दिया गया है, उस पर बात नहीं कर रहे हैं। इसलिए वे फिर से आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/राजबहादुर/सुनीत