ममता ने कहा- विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर दुष्कर्मियों को फांसी के लिए बनाएंगे विशेष कानून

 


कोलकाता, 28 अगस्त (हि.स.)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी) के एक कार्यक्रम में आरजी कर अस्पताल कांड पर राज्य सरकार की स्थिति को स्पष्ट करते हुए कई अहम घोषणाएं कीं। ममता ने कहा कि वे राज्य विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर बलात्कार के मामलों में फांसी की सज़ा का कानून पारित करवाना चाहती हैं। उन्होंने कहा, जो हुआ वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन इसके बाद की कार्रवाई में कोई देरी नहीं होनी चाहिए। हम चाहते थे कि सात दिनों के भीतर फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से फैसला हो।

टीएमसीपी के स्थापना दिवस के मौके पर बुधवार को धर्मतला के मेयो रोड में आयोजित रैली में ममता बनर्जी ने शिरकत की। इस दौरान उन्होंने राज्य में महिलाओं की सुरक्षा, भाजपा की राजनीति और अन्य कई मुद्दों पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि बंगाल में कोई भी महिला असुरक्षित महसूस नहीं करेगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे सख्त सज़ा दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, आज का दिन मैं पीड़ितों को समर्पित करती हूं। देशभर में जितनी भी महिलाएं उत्पीड़न का शिकार हुई हैं और उनके परिवारों को समर्पित करती हूं। उन्होंने छात्र-युवाओं को सामाजिक जिम्मेदारी निभाने का संदेश भी दिया।

उन्होंने कहा, मैं वकीलों से कहूंगी कि अदालत में भाजपा को मत छोड़ो। यह सुनिश्चित करें कि लोगों को अदालत में न्याय मिले। मुख्यमंत्री ने नवान्न मार्च के दौरान पुलिस की भूमिका की प्रशंसा करते हुए कहा, मैं कल के लिए पुलिस को सलाम करती हूं। वे संयमित रहे, अपना खून बहाया लेकिन भाजपा की साजिश में नहीं फंसे। ममता ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, बंद क्यों? अगर बंद करना है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ करो, जो केवल एजेंसियों का इस्तेमाल कर लोगों पर अत्याचार करने के अलावा कुछ नहीं करते।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा पर टीएमसीपी की रैली को विफल करने की कोशिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, आज हमारे बच्चे जो रैली में आ रहे थे, उन्हें रोकने की कोशिश की गई। बंद बुलाकर ट्रेनों को रोका गया। आरजी कर अस्पताल कांड को लेकर ममता ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, भाजपा असल आंदोलन को कमजोर करने की कोशिश कर रही है। हम न्याय चाहते हैं, दोषियों को सज़ा चाहते हैं लेकिन उन्होंने असल आंदोलन पर पानी फेर दिया है। वे बंगाल को बदनाम करने का खेल खेल रहे हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर / सुनीत निगम