मध्य प्रदेश फार्मर आईडी जनरेट करने में देश में प्रथम स्थान पर

 




भोपाल, 01 मार्च (हि.स.)। भारत सरकार की एग्रीस्टैक परियोजना के तहत मध्य प्रदेश में किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में फार्मर रजिस्ट्री की शुरुआत की गई है। इसमें प्रत्येक किसान के लिए एक यूनिक फार्मर आईडी बनाया जा रहा है। फार्मर रजिस्ट्री के तहत फार्मर आईडी जनरेट करने में मध्य प्रदेश का देश में प्रथम स्थान हैं। गुजरात दूसरे, महाराष्ट्र तीसरे, आंध्रप्रदेश चौथे और उत्तर प्रदेश पांचवे स्थान पर है।यह जानकारी शनिवार देर शाम जनसम्पर्क अधिकारी शिवम शुक्ल ने दी। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश में कुल 95 लाख 18 हजार 752 प्रधानमंत्री किसान योजना के हितग्राही हैं। इसमें अब तक 56 लाख 85 हजार 337 कुल 59.73 प्रतिशत किसानों ने अपना पंजीयन करा लिया है। अबतक 56 लाख 82 हजार 234 आईडी भी जनरेट हो चुकी है।

उन्होंने बताया कि फार्मर रजिस्ट्री के माध्यम से किसानों का एक डाटाबेस तैयार किया जा रहा है। इससे किसानों को आसान ऋण कम्प्यूटरीकृत प्रक्रिया माध्यम से प्राप्त हो सकेगा। अन्य योजनाओं के लिये भूमि, फसल एवं कृषकों की जानकारी का सत्यापन इलेक्ट्रॉनिक प्रक्रिया के माध्यम से किया जा सकेगा। इसमें भौतिक दस्तावेजों को प्रस्तुत करने की आवश्यकता नहीं होगी।

फार्मर रजिस्ट्री नवाचार में जिला कलेक्टरों द्वारा राजस्व अमले एवं कृषकों के सहयोग से कैम्प का आयोजन कर प्रदेश में 57 लाख से अधिक फार्मर आईडी बनाये जा चुके हैं। भारत सरकार की स्पेशल सेन्ट्रल असिसटेंस योजना में प्रदेश को राशि रुपये 297 करोड़ प्राप्त हो रही है।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर