बाबा सिद्दीकी हत्याकांड: वांछित आरोपितों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी
मुंबई, 17 अक्टूबर (हि. स.)। राकांपा नेता बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में वांछित आरोपितों के खिलाफ मुंबई क्राइम ब्रांच पुलिस ने गुरुवार को देश छोड़ कर भागने से रोकने के लिए लुकआउट सर्कुलर (एलओसी) जारी किया है। इन आरोपितों में शिवकुमार गौतम पर शूटर होने का, शुभम लोनकर का पूरे हत्याकांड का मास्टरमाइंड होने का और जीशान अख्तर का हथियार सप्लाई करने और हत्या में मदद करने का आरोप है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस कदम से उनके देश से भागने पर रोक लगेगी और अगर वे विदेश भागने की कोशिश करते हैं तो पुलिस को उन्हें पकड़ऩे में भी मदद मिलेगी।
बांद्रा ईस्ट के खेरनगर में राकांपा नेता की हत्या के बाद से मुख्य शूटर शिवकुमार गौतम फरार हो गया है। पुलिस ने घटना के बाद गुरमेल बलजीत सिंह और धर्मराज कश्यप को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद पुलिस ने पुणे से प्रवीण लोनकर को भी गिरफ्तार कर लिया। ये तीनों 21 अक्टूबर तक पुलिस कस्टडी में हैं और पुलिस छानबीन कर रही है।
इस मामले की जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि गौतम और उसके साथ घटनास्थल पर गए दो अन्य लोग गुरमेल बलजीतसिंह और धर्मराज कश्यप अकोला के रहने वाले शुभम लोनकर और उसके भाई प्रवीण लोनकर के संपर्क में थे, जो पुणे के वारजे में डेयरी चलाते हैं। महाराष्ट्र में शूटर शुभम लोनकर के संपर्क में थे, जिसे पहले अकोला पुलिस ने आर्म्स एक्ट के मामले में गिरफ्तार किया था। साथ ही ये शूटर जालंधर के हिस्ट्रीशीटर अख्तर के संपर्क में भी थे। पुलिस सूत्रों ने बताया कि शुभम और अख्तर दोनों लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के लिए काम कर रहे थे। जांच के दौरान यह भी पता चला है कि आरोपितों ने 25 दिनों में कई बार मारे गए नेता के घर और कार्यालय की रेकी की थी। साथ ही वे अतिरिक्त शर्ट साथ लेकर आए थे, जिससे उन्हें घटना के बाद शहर से बाहर भागने में मदद मिल सके। जांच में यह भी पता चला है कि शुभम लोनकर के भाई प्रवीण लोनकर ने शूटरों के बैंक खाते में 60,000 रुपये ट्रांसफर किए थे, जिसका इस्तेमाल उन्होंने पुणे से 32,000 रुपये देकर सेकेंड हैंड टीवीएस अपाचे बाइक खरीदने में किया था। इस मामले में पुलिस ने तीन हथियार जब्त किए हैं। इनमें एक उच्च श्रेणी की ऑस्ट्रेलियाई निर्मित ग्लॉक पिस्तौल, एक तुर्की पिस्तौल और एक देसी पिस्तौल है। इनकी फोरेंसिक जांच की जा रही है।
हिन्दुस्थान समाचार / राजबहादुर यादव