खेलों की तरह असल जिंदगी में भी कोऑर्डिनेशन जरूरीः केन्द्रीय मंत्री सिंधिया

 




-सिंधिया ने किया राज्यसभा सांसद खेल प्रतियोगिताओं का समापन, मैदान में उतरकर खेला गुल्ली-डंडा

अशोक नगर, 05 फरवरी (हि.स.)। केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि खेलों की तरह असल जिंदगी में भी कोऑर्डिनेशन जरूरी है, तभी आप ऊंचाइयां छू पाएंगे। सिंधिया सोमवार को यहां तीन दिवसीय जिला स्तरीय (ओपन) राज्यसभा सांसद खेल प्रतियोगिता के समापन अवसर पर स्थानीय संजय स्टेडियम में खिलाड़ियों को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि खेल के मैदान में खिलाड़ियों को तीन चीजें सीखने को मिलती है, पहली कप्तान जितना मजबूत होता है, जितनी मजबूत उसकी टीम होती है। कप्तान कितना ही बड़ा खिलाड़ी हो, लेकिन टीम ठीक नहीं है, तो कप्तान कमजोर पड़ जाता है। दूसरा खिलाड़ियों में कोआर्डिनेशन भी जरूरी है, तभी आप मजबूत होंगे, टीम को मजबूत और उसमें कोऑर्डिनेशन बनाए रखना केवल खेल में ही नहीं अपनी जिंदगी में भी बनाना होगा, तभी जाकर ऊंचाइयों को छू सकेंगे। तीसरा जो खिलाड़ी प्रतिस्पर्धा करते समय विरोधी टीम या खिलाड़ी के प्रति और खेल के प्रति निष्पक्षता सम्मान और उदारता दिखाता है वही जिंदगी में आगे बढ़ पाता है। यह तीनों चीजें मैंने यहां के बच्चों में देखी है।

उन्होंने कहा कि जिले के बालक-बालिका एवं नवयुवकों में वह शक्ति है जो भारत माता के तिरंगे को राष्ट्रीय स्तर तक नहीं बल्कि विश्व पटेल तक ले जाएंगे। आज के कार्यक्रम में मैंने बच्चों में आत्मशक्ति के साथ नेतृत्व करने की क्षमता देखी है। उन्होंने कहा कि कोई भी खेल हो उसे खेल भावना के साथ खेलना चाहिए।

इससे पहले, केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने खेल मैदान पर खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर उनका उत्साहवर्धन किया। उन्होंने खो-खो, गिल्ली डंडा, कबड्डी वॉलीबाल कराते बुशु सहित अन्य खेलों में सहभागिता कर की। इसके पश्चात विजेता-उपविजेता टीमों को नगद राशि एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

सिंधिया ने खेला पारंपरिक खेल गिल्ली-डंडा

कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने पारंपरिक खेल गिल्ली-डंडा का पहले तो खेल दिखा। इसके पश्चात वह स्वयं खेलने लगे। गिल्ली-डंडा खेलते समय सिंधिया काफी उत्साहित थे और उन्होंने दूसरे राउंड में एक पॉइंट भी बनाया।

सिंधिया ने कहा कि अगले वर्ष यह प्रतियोगिता सात दिवस की आयोजित होगी, जिसमें पंचायत स्तर की टीमें ली जाएंगी और फिर एक साथ संसदीय क्षेत्र की प्रतियोगिता भी की जाएगी। संसदीय स्तर की प्रतियोगिता में नेशनल खिलाड़ी को भी आमंत्रित किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि भारत आध्यात्मिक, आर्थिक रूप से आगे बढ़ रहा है। भारत को खेलकूद के क्षेत्र में भी आगे बढ़ना चाहिए। भारत ने एशिया एवं खेलो इंडिया यूथ गेम्स में 100 से ज्यादा मैडल जीते हैं। प्रधानमंत्री मोदी की मंशा है कि खेल के क्षेत्र में भी बच्चे आगे बढ़ें।

तीन दिवसीय जिला स्तरीय ओपन राज्यसभा सांसद प्रतियोगिता में 12 खेलों की प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें कबड्डी, वॉलीबॉल, गिल्ली डंडा, खो-खो, बैडमिंटन, सितोलिया, कराटे, कुरास, बुशु, रस्सा कस्सी, गोला फेंक एवं लंबी कूद जैसे खेलों का आयोजन किया गया। पहले दिन 900 से अधिक खिलाड़ियों ने भाग लिया। दूसरे दिन 500 और तीसरे दिन 250 से अधिक खिलाड़ियों ने भाग लेकर इस प्रतियोगिता के विजेता और उपविजेता का खिताब जीता।

हिन्दुस्थान समाचार/मुकेश/आकाश