पड़ोसी देश को जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद जिन्दा करने की अनुमति नहीं : उपराज्यपाल
श्रीनगर, 15 अगस्त (हि.स.)। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गुरुवार को कहा कि केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन और सुरक्षा बल पड़ोसी देश को जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने की कोशिशें सफल नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि जम्मू के लोगों को क्षेत्र से आतंकवाद को खत्म करने के लिए बलों की मदद करनी चाहिए।
श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में 78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह को संबोधित करते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि पड़ोसी देश की ओर से जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उपराज्यपाल ने कहा कि हम पड़ोसी देश के आतंकी मंसूबों को जम्मू-कश्मीर में कभी सफल नहीं होने देंगे। जम्मू के लोगों ने कभी भी आतंकवाद का समर्थन नहीं किया है और मैं जम्मू के लोगों से क्षेत्र से आतंकवाद को खत्म करने के लिए सुरक्षा बलों के साथ एकजुट रहने का आग्रह करता हूं। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल जम्मू-कश्मीर की धरती से आतंकवाद और आतंकी नेटवर्क को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उपराज्यपाल ने कहा कि मई, 2023 में श्रीनगर में जी-20 बैठक के बाद केंद्र शासित प्रदेश में पर्यटकों की आमद में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। पिछले साल 2.11 करोड़ पर्यटकों ने जम्मू-कश्मीर का दौरा किया था। इस साल 30 जून तक 1 करोड़ से अधिक पर्यटकों ने जम्मू-कश्मीर का दौरा किया। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि साल के अंत तक पर्यटकों का रिकॉर्ड आगमन होगा। उपराज्यपाल ने कहा कि पहली बार अमरनाथ गुफा मंदिर और गुरेज को बिजली ग्रिड से जोड़ा गया। उन्होंने कहा कि साल के अंत तक जम्मू-कश्मीर औद्योगिक नीति का नवीनीकरण किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हमने भारत सरकार से नई औद्योगिक नीति को और अधिक उद्योग अनुकूल बनाने का अनुरोध किया है और नई नीति में और अधिक सुविधाएं जोड़ी जाएंगी। उन्होंने ने कहा कि 2019 में जेएंडके बैंक घाटे में था और लगातार प्रयासों के साथ आज यह संस्थान यूटी का लाभ कमाने वाला संस्थान है। उन्होंने कहा कि यह संस्थान अब कुछ लोगों तक सीमित नहीं है बल्कि यह अब लोगों का बैंक है।
हिन्दुस्थान समाचार / जितेन्द्र तिवारी