पाकिस्तान से आया लेपर्ड रेस्क्यू, अरावली की पहाड़ियों पर छोड़ा जाएगा
जैसलमेर, 17 मई(हि.स.)। जैसलमेर से लगती भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पार से गुरुवार को पाकिस्तान से एक लेपर्ड भारत में आ गया। वन विभाग की टीम ने शुक्रवार को लेपर्ड को रेस्क्यू किया। पकड़ा गया चार साल का नर लेपर्ड है। लेपर्ड को जोधपुर लाकर अरावली की पहाड़ियों में छोड़ दिया जाएगा।
क्षेत्रीय वन्य जीव अधिकारी लखपत सिंह भाटी ने बताया कि गुरुवार को सूचना मिली कि भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास 12 किमी अंदर जालुवाला और टावरीवाला इलाके की कमलेश विश्नोई की ढाणी में किसी जंगली जानवर ने बकरी का शिकार किया है। सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और पंजे के निशान देखे। पंजों के निशान लेपर्ड के होने पर जोधपुर वन्य जीव विभाग से रेस्क्यू टीम को बुलाया। शुक्रवार सुबह से पंजों के निशान के आधार पर लेपर्ड की तलाश शुरू की। काफी देर तलाशने के बाद इंदिरा गांधी नहर के बनाए पुराने नालों के अंदर लेपर्ड के पंजों के निशान जाते नजर आए। करीब 300 मीटर लंबे नाले पर पत्थर की पट्टियां आदि हटाते हटाते एक जगह बकरी के अवशेष नजर आए। पास में लेपर्ड नजर आया।
जोधपुर से आए ट्रेंक्युलाइज टीम के बंशीलाल ने लेपर्ड को ट्रेंकुलाइज किया। काफी देर बाद लेपर्ड को ट्रेंक्युलाइज करने के बाद उसे नाले से बाहर निकालकर पिंजरे में बंद किया गया। लखपत सिंह के अनुसार यह लेपर्ड चार माह पहले भी सीमा पार कर टावरीवाला व जालुवाला इलाके में आया था और बकरियों का शिकार किया था और लौट गया था।
हिन्दुस्थान समाचार/ ईश्वर/संदीप/प्रभात