संसद सत्र बेहद उत्पादक रहा, प्रधानमंत्री के सुधार एजेंडे को भी गति मिलीः रिजिजू
नई दिल्ली, 19 दिसंबर (हि.स.)। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बुधवार को कहा कि संसद का शीतकालीन सत्र बेहद उत्पादक रहा और इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सुधार के एजेंडे को गति मिली और इसने इस दिशा में अहम भूमिका भी निभाई है।
संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होने के बाद रिजिजू ने पत्रकार वार्ता में कहा कि इस सत्र में पारित विधेयक करोड़ों लोगों के जीवन स्तर में काफी सुधार लाएंगे और भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने में योगदान देंगे। इन विधेयकों से देश के करोड़ों लोगों के जीवन में सुधार आएगा। उन्होंने कहा कि बहुत से लोग शायद इस बात के महत्व को न समझें।
रिजिजू ने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) को लूट और भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया गया था।इसके स्थान पर लाया गया विकसित भारत- गारंटी फॉर रोजगार एंड आजीविका मिशन (ग्रामीण) यानी जी राम जी विधेयक से इस स्थिति को ठीक किया जाएगा और ग्रामीण क्षेत्र में बड़ा बदलाव आएगा।
उन्होंने कहा कि इस सत्र में चुनाव सुधारों पर हुई चर्चा ने बहुत कुछ स्पष्ट कर दिया है। चुनाव प्रक्रिया, विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और चुनाव आयोग से जुड़े विषयों को पूरी तरह से स्पष्ट कर दिया गया। वंदे मातरम पर लंबी चर्चा करके हमने एक बार फिर देशभक्ति की भावना को और आगे बढ़ाया है।
संसद के अंतिम दिनों में प्रदूषण पर प्रस्तावित होने के बावजूद चर्चा नहीं होने पर केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि प्रदूषण जैसे महत्वपूर्ण विषय पर कांग्रेस ने अन्य दलों को उकसाकर सदन नहीं चलने दिया। सरकार इस संबंध में पूरा दिन चर्चा कराने के लिए तैयार थी।
संसद के भीतर तृणमूल कांग्रेस सदस्य के ई-सिगरेट पीने से जुड़े प्रश्न पर रिजिजू ने कहा कि सही पाए जाने पर संसद कार्रवाई करेगी। जांच जारी है और फोरेंसिक रिपोर्ट आने का इंतजार है।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनूप शर्मा