भारत वर्ष की सनातन संस्कृति विश्व की सर्वश्रेष्ठ संस्कृति : कंगना रनौत

 




बिलासपुर, 12 दिसंबर (हि.स.)। विश्व संवाद केन्द्र न्यास शिमला द्वारा बिलासपुर में हिमाचल प्रदेश सोशल मीडिया मीटिंग 2023 को संबोधित करते हुए अभिनेत्री कंगना रनौत ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ निश्चित रूप से देश को जोड़ने का कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारतवर्ष की सनातन संस्कृति को विश्व की सर्वश्रेष्ठ संस्कृति कहा जा सकता है क्योंकि जो भारत देश में सांस्कृतिक और सामाजिक मान्यताएं हैं, वह किसी अन्य देश में देखने को नहीं मिलती।

उन्होंने सोशल मीडिया के इन्फ्लुएंसरों से आग्रह किया कि वह हमेशा पॉजिटिव ही सोच रखें और पॉजिटिव ही करें क्योंकि उनके द्वारा किए गए पॉजिटिव निर्णय से नेगेटिविटी अपने आप ही समाप्त हो जाएगी।

कंगना रनौत ने कहा कि समाज के सभी वर्गों में सोशल मीडिया के बढ़ते उपयोग के बीच, राष्ट्रीय विचारों और सामाजिक सरोकार से लेकर, ख़ान-पान, वेश-भूषा, कला, भाषा, संस्कृति, पर्यटन, मनोरंजन, आदि क्षेत्रों में सक्रिय प्रदेश के प्रतिभावान सोशल मीडिया क्रियेटर्स आज समाज में अपनी सकारात्मक भूमिका निभाने के लिए तत्पर हैं। ‘हिमाचल प्रदेश सोशल मीडिया मीट-2023’, प्रदेश का इस तरह का पहला मंच है , जो विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक भूमिका निभा रहे सोशल मीडिया क्रिएटर्स को एकीकृत कर उन्हें परस्पर विचार-विमर्श व सहयोग हेतु एक परितंत्र विकसित करने में मील का पत्थर सिद्ध होगा।

इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने अपने संबोधन में कहा कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा अनुच्छेद 370 समाप्त करने को वैधता प्रदान करना स्वागत योग्य है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इस निर्णय का स्वागत करता है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रारंभ से ही अनुच्छेद 370 का विरोध करता रहा है और संघ ने इस विषय पर कई प्रस्ताव भी पारित किए हैं तथा समस्त आंदोलनों में सहभाग किया है। यह निर्णय राष्ट्रीय एकता को मजूबत करेगा। अनुच्छेद 370 के कारण जम्मू-कश्मीर में वर्षों से अन्याय सह रहे लोगों को इस निर्णय से मुक्ति मिली है।

उन्होंने सोशल मीडिया के इनफ्लुएंसरों से आग्रह किया कि इस तरह की घटनाओं को अपने पोर्टल या पेज पर स्थान दिया जाना चाहिए ताकि लोगों को इसकी क्लेरिटी रहे और लोग अफवाहों से बचें।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के हिमाचल प्रांत कार्यवाह डॉ. क़िस्मत कुमार ने अपने संबोधन में विश्व संवाद केंद्र द्वारा की गई इस पहल का स्वागत किया और कहा कि इस तरह से इन सभी सोशल मीडिया इनफ्लुएंसरों को एक मंच पर लाने का जो कार्य विश्व संवाद केंद्र ने किया है, वह इससे पहले कभी नहीं है। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से आगे चलकर यह कड़ी बहुत महत्वपूर्ण साबित होगी।

हिन्दुस्थान समाचार/विशाल/ सुनील/प्रभात