पूर्व-पूर्वोत्तर भारत में 123 साल में दूसरा सबसे गर्म रहा जुलाई

 


नई दिल्ली, 01 अगस्त (हि.स.)। पूर्व-पूर्वोत्तर भारत में 123 साल में दूसरा सबसे गर्म जुलाई रहा है। भारत मौसम विभाग के अनुसार साल 2024 का जुलाई का महीना 1901 के बाद दूसरा सबसे गर्म दर्ज किया गया है। इस दौरान जून में औसत अधिकतम तापमान 32.44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

गुरुवार को मौसम विभाग ने बताया कि पूर्वोत्तर भारत में जुलाई के महीने में लोगों को भीषण गर्मी से जूझना पड़ा था। आज भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि पूर्व-पूर्वोत्तर भारत में 1901 के बाद से इस साल जुलाई का महीना दूसरा सबसे गर्म रहा है। इस दौरान औसत तापमान 32.44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उत्तर पश्चिम भारत में इस साल जुलाई का महीना आठवां सबसे गर्म महीना रहा है। इस दौरान औसत अधिकतम तापमान 34.39 दर्ज किया गया। पूरे भारत की बात करें तो इस साल जुलाई का महीना दसवां सबसे गर्म महीना रहा है।

मौसम विभाग ने बताया कि अगस्त और सितंबर में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार मानसून सीजन के दूसरे भाग में देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से लेकर सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। केवल पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत के आस-पास के क्षेत्रों, लद्दाख, सौराष्ट्र और कच्छ के कई हिस्सों और मध्य और प्रायद्वीपीय भारत के कुछ अलग-अलग हिस्सों में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है। अगस्त में पूरे देश में मासिक वर्षा सामान्य सीमा 94 से 106 प्रतिशत के भीतर रहने की संभावना है।

इसके साथ मध्य और आसपास के उत्तरी प्रायद्वीपीय भारत के दक्षिणी भागों, पूर्वी भारत के पूर्वोत्तर और आसपास के क्षेत्रों, उत्तर-पश्चिम और दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है। इसके साथ अगस्त के दौरान, देश के अधिकांश भागों में सामान्य से अधिक अधिकतम तापमान रहने की संभावना है। सिवाय गंगा के मैदानों, मध्य भारत और भारत के दक्षिण-पूर्वी तट के कुछ क्षेत्रों में जहां सामान्य से कम अधिकतम तापमान रहने की संभावना है।

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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी / रामानुज