मराठा समाज किसी भी कीमत पर ओबीसी कोटे से आरक्षण स्वीकार नहीं करेगा : नारायण राणे
- राणे ने मराठा नेता मनोज जारांगे पाटिल को आरक्षण के बारे में अध्ययन करने की सलाह दी
मुंबई, 30 नवंबर (हि.स.)। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने मराठा नेता मनोज जारांगे पाटिल को आरक्षण के बारे में अध्ययन करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि अभी वे बहुत छोटे हैं और उन्हें आरक्षण के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। नारायण राणे ने कहा कि मराठा समाज किसी भी कीमत पर ओबीसी कोटे से आरक्षण स्वीकार नहीं करेगा। इसलिए राजनीतिक दलों के नेताओं को ओबीसी और मराठा के बीच अलगाव की बीजारोपण नहीं करना चाहिए।
नारायण राणे ने गुरुवार को पुणे में पत्रकारों को बताया कि हमारी कमेटी ने जब आरक्षण दिया था तो उसका मकसद किसी का आरक्षण हटाना नहीं था। मेरी यह राय नहीं है कि किसी का हटाकर मराठों को दिया जाए। मनोज जारांगे पाटिल को अध्ययन करना चाहिए वह अभी युवा हैं। उन्हें भारतीय संविधान के प्रावधानों के बारे में पढ़ाई करना चाहिए। साथ ही वे मराठों से पूछें कि क्या वे ओबीसी आरक्षण स्वीकार करने के लिए तैयार हैं? केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने कहा है कि मराठा समुदाय कभी भी ओबीसी का आरक्षण नहीं लेगा।
नारायण राणे ने कहा कि मैं मराठा आरक्षण पर कोई भविष्यवाणी नहीं कर सकता, क्योंकि मराठा आरक्षण पर हर नेता की अलग-अलग मांग है। मैंने पहले भी स्पष्ट किया था, अब फिर से कहता हूं कि मराठों को भारतीय संविधान के 15/4 के अनुसार 52 प्रतिशत से ऊपर आरक्षण दिया जाना चाहिए। राणे ने कहा कि मराठा समाज का फिर से आयोग के माध्यम से सर्वे कराया जाए। उसके बाद मेरी राय है कि सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े मराठा समुदाय को आरक्षण दिया जाना चाहिए।
हिन्दुस्थान समाचार/राजबहादुर/सुनीत