जलपाईगुड़ी में बारिश और आंधी तूफान से प्रभावितों से मिले राज्यपाल और नेता प्रतिपक्ष

 








कोलकाता, 01 अप्रैल (हि.स.)। जलपाईगुड़ी शहर और इसके आसपास के इलाकों के लोग रविवार को आये तूफान के बाद की स्थिति से जूझ रहे हैं। अब तक कम से कम पांच लोगों की मौत हुई है और 200 से अधिक लोग बेघर हो गए हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उत्तर बंगाल में रविवार रात से घूम-घूम कर हालात का जायजा लिया है। राज्यपाल डॉक्टर सीवी आनंद बोस भी प्रभावित लोगों से मिलजुल रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने भी उत्तर बंगाल जाकर अस्पताल में भर्ती लोगों से मुलाकात की है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तूफान में जानमाल के नुकसान पर शोक व्यक्त करके उन्होंने अधिकारियों से बात की है और उनसे प्रभावित लोगों को उचित सहायता सुनिश्चित करने के लिए कहा है। धूपगुड़ी के विधायक निर्मल चंद्र रॉय ने बताया कि कई घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों ने बताया कि जलपाईगुड़ी में स्थिति से निपटने के लिए राजभवन में एक आपातकालीन कक्ष भी खोला गया है।

जिला मुख्यालय शहर के अधिकतर हिस्सों और पड़ोसी मैनागुड़ी के कई इलाकों में ओलावृष्टि के साथ तेज हवाओं के कारण लगभग 200 लोग घायल हो गए। कई घर क्षतिग्रस्त हो गए, पेड़ उखड़ गए और बिजली के खंभे गिर गए। रविवार देर रात जिले का दौरा करने वालीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों को प्रशासन की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। ममता ने कहा कि अब तक हमारे पास पांच लोगों की मौत की खबर है। घायलों की संख्या काफी अधिक है। मैंने घायलों और तूफान में मारे गए लोगों के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। राज्य प्रशासन प्रभावित परिवारों की मदद के लिए सब कुछ करेगा।

मुआवजे के बारे में पूछे जाने पर बनर्जी ने कहा, ‘‘चूंकि आदर्श आचार संहिता लागू है, इसलिए मैं इसके बारे में कुछ नहीं कह सकती। आपको जिला प्रशासन से बात करनी होगी।’’ ममता ने तृणमूल कांग्रेस पार्टी के नेताओं के साथ, जलपाईगुड़ी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल गईं और रास्ते में जिले के अन्य हिस्सों में राहत शिविरों में लोगों से बात की।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता शुभेंदु अधिकारी ने जरूरतमंद लोगों को सहायता को प्राथमिकता देने के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि राहत कार्यों का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। जिले के सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में राजारहाट, बार्निश, बकाली, जोरपकड़ी, माधबडांगा और सप्तीबारी शामिल हैं, उन्होंने बताया कि कई एकड़ कृषि भूमि और फसलों को नुकसान हुआ है।

राज्यपाल सीवी आनंद बोस भी सोमवार को जलपाईगुड़ी पहुंचे। बोस ने संवाददाताओं से कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। तूफान में जानमाल का नुकसान हुआ है। सभी एजेंसियां मिलकर काम कर रही हैं। मैं इलाके का दौरा करूंगा और वहां के लोगों से बात करूंगा। सब कुछ किया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार/ओम प्रकाश/गंगा/सुनीत