अंतरराष्ट्रीय रामायण मेले के 7वें संस्करण का मीनाक्षी लेखी ने किया उद्घाटन
नई दिल्ली, 18 जनवरी (हि.स.)। दिल्ली के मथुरा रोड स्थित ऐतिहासिक पुराना किला में गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय रामायण मेले के 7वें संस्करण का केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने उद्घाटन किया। भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद की ओर से आयोजित इस मेले में विभिन्न देशों से आए कलाकार अपने देश में होने वाली रामलीला का मंचन करेंगे।
इस दौरान केन्द्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि रामायण विश्वास और धैर्य की प्रेरणा देने वाला महाकाव्य है। यह मेला रामायण परंपराओं की जीवंत सांस्कृतिक अभिव्यक्तियों का जश्न मनाता है और दुनिया भर में भारतीय महाकाव्य से प्रभावित कला, नृत्य और इतिहास का एक मिश्रण है। इस महोत्सव में देखने और सीखने के लिए बहुत सी नई चीजें हैं। इसमें 7 देशों का मंचन और प्रदर्शनियां देखी जा सकती हैं।
दिल्ली के पुराना किला में 18-21 जनवरी (सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे) के बीच यह अंतरराष्ट्रीय रामायण मेला आयोजित किया जा रहा है। आज कार्यक्रम में अग्निहोत्री बंधु ने संगीतमय प्रस्तुति दी। इसके अलावा ‘राम की शक्ति पूजा’ - व्योमेश शुक्ला के नेतृत्व में एक मंत्रमुग्ध कर देने वाला रामायण नृत्य नाटक प्रस्तुत किया गया। ‘फ्रा-लाक फ्रा-लैम’ – लाओस के लुआंग प्रबांग रॉयल बैले थिएटर समूह द्वारा एक मनोरम रामायण का प्रदर्शन किया गया। मेले में इंडोनेशिया, थाईलैंड, म्यांमार, फिलीपींस, कम्बोडिया और अन्य देशों से रामायण से जुड़ी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देखी जा सकती हैं।
आईसीसीआर वर्ष 2024 को ‘रामायण के माध्यम से विश्व को जोड़ने का वर्ष’ के रूप में मना रहा है। इसमें विश्व स्तर पर देखी गई रामायण परंपराओं की विविध और शानदार सांस्कृतिक अभिव्यक्तियों को विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। इसमें भव्य राम कथा पाठ, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, पारंपरिक रामायण कला प्रदर्शनी और भक्ति संगीत इंटरैक्टिव कार्यशालाएं शामिल होंगी।
उल्लेखनीय है कि रामायण बहुत से देशों को आपस में जोड़ती है। थाईलैंड, इंडोनेशिया, मलेशिया, सिंगापुर, कंबोडिया, लाओस वो देश हैं, जो सांस्कृतिक रूप से भारत से जुड़े हुए हैं। 18 जनवरी को दिल्ली के ऐतिहासिक पुराना किला से शुरू होने वाला यह उत्सव लखनऊ, अयोध्या और वाराणसी जैसे विभिन्न शहरों से होकर गुजरेगा।
हिन्दुस्थान समाचार/ बिरंचि सिंह/अनूप/दधिबल