(अपडेट-1) अयोध्या-अहमदाबाद के बीच विमान सेवा का शुभारंभ
नई दिल्ली/लखनऊ, 11 जनवरी (हि.स.)। अयोध्या-अहमदाबाद के बीच गुरुवार को विमान सेवा का शुभारंभ किया गया। अहमदाबाद से इंडिगो की पहली फ्लाइट को केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नई दिल्ली से वर्चुअली हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस कार्यक्रम से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ स्थित सरकारी आवास से वर्चुअल माध्यम से जुड़े थे। दोनों शहरों के बीच यह विमान सेवा सप्ताह में तीन दिन मिलेगी।
इस अवसर पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंत्रालय में पत्रकारों से कहा कि आगामी 22 जनवरी को रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की न केवल 140 करोड़ भारतीयों बल्कि विदेशों में भी बड़ी प्रतीक्षा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भव्य एवं नव्य अयोध्या बनाई है। उनके सहयोग से ही महज 20 महीने में यह एयरपोर्ट बन सका। इतनी कम अवधि में हवाईअड्डा बनना एक रिकॉर्ड है। अहमदाबाद और अयोध्या के बीच इंडिगों की फ्लाइट सेवा के शुभारंभ पर सभी को बधाई देते हुए सिंधिया ने कहा कि इस फ्लाइट के जरिए वाइब्रेंट गुजरात और आध्यात्मिक अयोध्या का संगम हो रहा है। जिस उत्तर प्रदेश में 2014 में 700 एयरक्राफ्ट प्रति सप्ताह था, आज 137 गुना बढ़कर 1654 एयर मूवमेंट प्रति सप्ताह तक पहुंच गया है। सिंधिया ने कहा कि अगले एक महीने में उत्तर प्रदेश में पांच नए हवाई अड्डों का उद्घाटन किया जाएगा। बहुत जल्द अलीगढ़, आजमगढ़, चित्रकूट, श्रावस्ती और मुरादाबाद से हवाई सेवा शुरू होगी, जिससे राज्य में हवाई अड्डों की कुल संख्या 19 हो जाएगी।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि इस विमान सेवा से भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या सीधे अहमदाबाद से जुड़ गई है। अयोध्या से दिल्ली के बाद अहमदाबाद दूसरा कनेक्टेड स्थल है। आगामी 15 जनवरी से मुंबई के लिए उड़ान सेवा आरम्भ हो जाने के बाद मुंबई तीसरा कनेक्टेड स्थल हो जाएगा। इसके अतिरिक्त 16 जनवरी से दिल्ली के लिए एक और उड़ान आरम्भ होगी। मुख्यमंत्री ने बेहतर हवाई सेवाओं को पर्यटन और व्यापार की गतिविधियों को इससे बड़ा प्रोत्साहित करने वाला बताया।
उत्तर प्रदेश में बेहतर होती हवाई सेवाओं की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2016-17 में प्रदेश में हवाई यात्रियों की संख्या 59.97 लाख थी, जो वित्त वर्ष 2022-23 में बढ़कर 96.02 लाख हो गयी। विगत 03 वर्षों में उत्तर प्रदेश में हवाई यात्रियों की संख्या में 29.46 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है। वर्ष 2016-17 में लखनऊ एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या 39.68 लाख, वाराणसी में 19.16 लाख, गोरखपुर में 54 हजार तथा प्रयागराज में 45 हजार थी जबकि वर्ष 2022-23 में लखनऊ एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या बढ़कर 52.20 लाख, वाराणसी में 25.21 लाख, गोरखपुर में 7.18 लाख तथा प्रयागराज में 5.71 लाख हो गयी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में 5 वर्ष पहले तक एक छोटी सी एयरस्ट्रिप थी। आज वहां महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट संचालित हो रहा है। आज हर व्यक्ति अयोध्या आने का इच्छुक है, इसलिए प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप सरकार ने सड़क, रेल और वायु मार्ग की बेहतर कनेक्टिविटी दी है। अयोध्या अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए 821 एकड़ की भूमि राज्य सरकार ने उपलब्ध कराई और केंद्रीय नागर विमानन मंत्रालय ने समयबद्धता के साथ विश्वस्तरीय एयरपोर्ट तैयार कराया। उत्तर प्रदेश में इंडिगो एयरलाइन्स की उपस्थिति का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इंडिगो द्वारा उत्तर प्रदेश के 8 नगरों- लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, कानपुर, आगरा, प्रयागराज, बरेली तथा अयोध्या से उड़ान सुविधा दी जा रही है। इसमें लगातार बढ़ोतरी भी हो रही है।
कार्यक्रम में वर्चुअली जुड़े इंडिगो एयरलाइंस के स्पेशल डायरेक्टर आरके सिंह ने देश के सिविल एविएशन सेक्टर में इंडिगो एयरलाइंस की मजबूत उपस्थिति का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि वर्तमान में इंडिगो हर दिन उत्तर प्रदेश के 7 हवाईअड्डों से 165 उड़ानें भर रहा है। आने वाले दिनों में इसमें और बढ़ोतरी सुनिश्चित है। अयोध्या-अहमदाबाद के बीच शुरू हुई नई फ्लाइट के बारे में उन्होंने बताया कि दोनों ओर से फ्लाइट सप्ताह में तीन दिन उपलब्ध होगी। वर्चुअल माध्यम से हुए इस कार्यक्रम में अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह और सांसद किरीट प्रेमजीभाई सोलंकी और इंडिगो के प्रतिनिधियों की भी उपस्थिति रही।
हिन्दुस्थान समाचार/दिलीप शुक्ल/पवन/दधिबल