भारत-श्रीलंका सेनाओं का संयुक्त सैन्य अभ्यास 'मित्र शक्ति' पुणे में शुरू
- दोनों देशों की वायु सेनाओं के 20 सैनिक भी हिस्सा ले रहे हैं सैन्य अभ्यास में
- आतंकवाद विरोधी अभियानों में हेलीपैडों को सुरक्षित करने पर होगा फोकस
नई दिल्ली, 16 नवंबर (हि.स.)। भारत-श्रीलंका संयुक्त सैन्य अभ्यास 'मित्र शक्ति' का नौवां संस्करण गुरुवार को औंध (पुणे) में शुरू हुआ। यह सैन्य अभ्यास 29 नवंबर तक चलेगा। भारतीय टुकड़ी का प्रतिनिधित्व मराठा लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट के 120 सैनिक और श्रीलंकाई पक्ष का प्रतिनिधित्व 53 इन्फैंट्री डिवीजन के सैनिक कर रहे हैं। भारतीय वायु सेना के 15 और श्रीलंकाई वायु सेना के पांच वायु योद्धा भी अभ्यास में भाग ले रहे हैं।
अभ्यास का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय VII के तहत उप पारंपरिक संचालन का संयुक्त रूप से पूर्वाभ्यास करना है। अभ्यास के दायरे में आतंकवाद विरोधी अभियानों के दौरान संयुक्त प्रतिक्रियाओं का समन्वय शामिल है। दोनों पक्ष छापेमारी, खोज और मिशन को नष्ट करने, हेलीबोर्न ऑपरेशन आदि जैसी सामरिक कार्रवाइयों का अभ्यास करेंगे। इसके अलावा, आर्मी मार्शल आर्ट्स रूटीन (एएमएआर), कॉम्बैट रिफ्लेक्स शूटिंग और योग भी अभ्यास पाठ्यक्रम का हिस्सा हैं।
सैन्य अभ्यास ‘मित्र शक्ति’ में हेलीकॉप्टरों के अलावा ड्रोन और काउंटर मानव रहित हवाई प्रणालियों का उपयोग भी शामिल होगा। आतंकवाद विरोधी अभियानों के दौरान हेलीपैडों को सुरक्षित करने और हताहतों को निकालने का भी दोनों पक्ष संयुक्त रूप से अभ्यास करेंगे। सामूहिक प्रयास शांति स्थापना अभियानों के दौरान संयुक्त राष्ट्र के हितों और एजेंडा को सबसे आगे रखते हुए सैनिकों के बीच अंतर संचालनीय के उन्नत स्तर को प्राप्त करने और जीवन और संपत्ति के जोखिम को कम करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
दोनों पक्ष युद्ध कौशल के व्यापक स्पेक्ट्रम पर संयुक्त अभ्यास के दृष्टिकोण पक्ष और कार्य प्रणालियों का आदान-प्रदान करेंगे, जो प्रतिभागियों को एक-दूसरे से सीखने का मौका देगा। सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों को साझा करने से भारतीय सेना और श्रीलंकाई सेना के बीच रक्षा सहयोग का स्तर और बढ़ेगा। यह अभ्यास दोनों पड़ोसी देशों के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को भी बढ़ावा देगा।
हिन्दुस्थान समाचार/सुनीत/पवन