आईएमए की 122 कोर्स के दीक्षांत समारोह में कड़ी मेहनत के बाद 21 कैडेट को मिली स्नातक की उपाधि

 




देहरादून, 02 दिसम्बर (हि.स.)। भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) स्थित आर्मी कैडेट कॉलेज (एसीसी) 122 कोर्स के दीक्षांत समारोह में 21 कैडेटों को स्नातक की डिग्री प्रदान की गई। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली से स्नातक की डिग्री मिलते ही कैडेटों के चेहरे खिल गए।

आईएमए के चेतवोड हॉल में आयोजित दीक्षांत समारोह में भारतीय सैन्य अकादमी के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल वीके मिश्रा, पीवीएसएम, एवीएसएम ने कैडेटों को उपाधि प्रदान किए। लेफ्टिनेंट जनरल वीके मिश्रा ने कैडेटों को कठोर प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा करने पर उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि चरित्र, आत्म-अनुशासन,साहस, प्रेरणा, सकारात्मक दृष्टिकोण और पेशेवर क्षमता एक सफल सेना अधिकारी के स्तंभ हैं।

उपाधि पाने वाले में विज्ञान स्ट्रीम के बारह कैडेटों और मानविकी स्ट्रीम के नौ कैडेट स्नातक हुए हैं। तीन साल के कठिन प्रशिक्षण और पढ़ाई के बाद ये स्नातक की उपाधि मिली है। अब ये एक साल के प्रशिक्षण के बाद सेना में बतौर मुख्य अधिकारी शामिल हो जाएंगे।

चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (सीओएएस) गोल्ड मेडल डब्ल्यूसीसी राहुल सिंह सिकरवार को दिया गया, सीओएएस सिल्वर मेडल सीसीसी करमपाल सिंह को दिया गया और सीएसएम पाटिल सूरज शिवाजी ने सीओएएस कांस्य पदक जीता। सेवा विषयों में प्रथम रहने के लिए कमांडेंट के रजत पदक सीसीसी करमपाल सिंह को, मानविकी संकाय में प्रथम डब्ल्यूसीसी राहुल सिंह सिकरवार को और विज्ञान संकाय में प्रथम स्थान डब्ल्यूसीक्यूएम अंकित शेओकंद को प्रदान किए गए।

इस अवसर पर लेफ्टिनेंट जनरल वीके मिश्रा, पीवीएसएम, एवीएसएम, कमांडेंट, आईएमए ने आर्मी कैडेट कॉलेज की चैंपियन कंपनी होने के लिए बोगरा कंपनी को कमांडेंट बैनर से भी सम्मानित किया। यह बैनर उस कंपनी को प्रदान किया जाता है, जो खेल, शिक्षा, शिविर, वाद-विवाद और आंतरिक अर्थव्यवस्था जैसी विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करती है। अंत में, कमांडेंट ने कैडेटों को संभावित अधिकारियों के रूप में आकार देने में उनके मेहनती प्रयासों के लिए आर्मी कैडेट कॉलेज विंग के कमांडर ब्रिगेडियर समीर करोल और उनके प्रशिक्षकों और संकाय सदस्यों की टीम की सराहना की।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश/रामानुज