भारतीय न्याय संहिता से तीन साल में मिलेगा न्याय : अमित शाह

 




चंडीगढ़ में 375 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण

चंडीगढ़, 22 दिसंबर (हि.स.)। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा है कि भारतीय न्याय संहिता के लागू होने से देशभर में लोगों को अपराधिक घटनाओं के मामले में तीन साल के भीतर न्याय मिलना सुनिश्चित होगा। नई न्याय प्रक्रिया देशवासियों के हित में है।

अमित शाह शुक्रवार की शाम चंडीगढ़ के सेक्टर-26 स्थित चंडीगढ़ कॉलेज आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में करीब चार सौ करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास करने के बाद एकत्र लोगों को संबोधित कर रहे थे।

गृह मंत्री ने चंडीगढ़ दौरे के दौरान पुलिस की 25 नई टाटा सफारी गाडिय़ों को हरी जल्दी दिखाई। शाह ने करीब सात सौ नवनियुक्त एएसआई व कांस्टेबलों को भी नियुक्ति पत्र वितरित किए। अमित शाह ने चंडीगढ़ एयरफोर्स हेरिटेज सेंटर बिल्डिंग में 88 करोड़ की लागत से तैयार देश के पहले सेंटर फॉर साईबर ऑपरेशन एंड सिक्योरिटी सेंटर का उद्घाटन किया।

पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज में 20 करोड़ की लागत से तैयार हिमाचल बॉय हॉस्टल के 140 कमरों का भी उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि भारतीय न्याय संहिता व भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता को देशवासियों के हित को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इससे आम आदमी के लिए न्याय प्रणाली सगुम बनेगी। इसे जल्द ही चंडीगढ़ सहित देश के दूसरे राज्यों में लागू कर दिया जाएगा।

गृहमंत्री ने कहा कि कांग्रेस को इस पर बहस करनी चाहिए थी, लेकिन कांग्रेस के नेता संसद का बहिष्कार कर गए। उन्हें पता है कि वह 2024 में चुनाव हार रहे हैं। इसलिए वह जनता के मुद्दों को लेकर बात ही नहीं करना चाहते हैं।

अमित शाह ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी के नेता उप राष्ट्रपति की मिमिक्री पर वीडियो बनाते हुए देखे जा रहे हैं। यह देश के लिए सबसे बड़ा अपमान है। उप राष्ट्रपति एक संवैधानिक पद है। उन्हें उसे पद की गरिमा का ख्याल रखना चाहिए। इसी वजह से ही देश के लोग कांग्रेस पार्टी को बार-बार चुनाव में हरा रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/प्रभात