हरियाणा विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर राम मंदिर निर्माण के लिए प्रधानमंत्री का जताया आभार

 


मुख्यमंत्री के प्रस्ताव का कुछ सुझावों के साथ कांग्रेस ने किया समर्थन

चंडीगढ़, 21 फरवरी (हि.स.)। हरियाणा विधानसभा में बुधवार को अयोध्या स्थित मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्य को ऐतिहासिक कदम बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार प्रस्ताव पारित किया गया। इस प्रस्ताव को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पेश किया। इस सरकारी संकल्प का कांग्रेस विधायकों ने कुछ सुझावों के साथ समर्थन किया। इसके बाद भाजपा व कांग्रेस की तरफ से सदन के भीतर जय श्रीराम के नारे लगाए गए।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विधानसभा में शून्यकाल के दौरान एक संकल्प पत्र पढ़ते हुए कहा कि अयोध्या में 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाल स्वरूप भगवान श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की है। यह मौका करीब 550 साल के लंबे इंतजार के बाद आया है। लाखों पूर्वजों की कुर्बानी और तप से देशवासियों को यह दिन देखने का मौका मिला है। प्रधानमंत्री मोदी के दृढ़ संकल्प और इच्छा शक्ति से यह संभव हो पाया है। इसलिए भव्य मंदिर निर्माण के लिए पूरे सदन को प्रधानमंत्री मोदी का विशेष रूप से धन्यवाद करना चाहिए। मनोहर लाल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने ऐसा ही भारत बनाने का संकल्प लिया है, जैसा भगवान श्रीराम के समय के दौरान था।

सदन में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के इस प्रस्ताव का समर्थन किया, लेकिन साथ ही कहा कि राम न तो तेरा है और राम न मेरा है, राम सबका है। अयोध्या में राम मंदिर के कपाट खुलवाने की अनुमति तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी ने दी थी। इसलिए सरकारी संकल्प में राजीव गांधी और सुप्रीम कोर्ट का फैसला देने वाले न्यायाधीशों का भी उल्लेख किया जाना चाहिए। इस पर पूर्व स्पीकर डाॅ. रघबीर कादियान ने कहा कि इस प्रस्ताव में सिर्फ धर्म का जिक्र है, इसलिए कर्म की महत्ता को भी इसमें शामिल किया जाना चाहिए। विधायक नीरज शर्मा ने सदन में एक के बाद एक कई चौपाई सुनाते हुए जब यह कहा कि सरकार को अपने वचन और वादे पूरे करने चाहिएं तो स्पीकर ने उन्हें बोलने से रोक दिया।

जजपा विधायक रामकुमार गौतम ने कांग्रेस सदस्यों को नसीहत देते हुए कहा कि घाव दुश्मन का भी सराह देना चाहिए। इसमें कोई बुराई नहीं है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अच्छा काम किया है। कांग्रेस विधायक किरण चौधरी ने हुड्डा की बात का समर्थन करते हुए कहा कि राम मंदिर के कपाट स्व. राजीव गांधी ने खुलवाए थे। निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने मुख्यमंत्री के संकल्प पत्र के अनुरूप राज्य में राम राज की जरूरत पर जोर दिया। कांग्रेस विधायक चिरंजीव राव ने प्रस्ताव का समर्थन किया, जबकि भाजपा विधायक असीम गोयल ने रामसेतु तोड़ने की प्रक्रिया में कांग्रेस के समर्थन की बात कही तो सदन में फिर हंगामा हो गया। जेजेपी विधायक ईश्वर सिंह ने अयोध्या में हवाई अड्डे का नाम भगवान वाल्मीकि के नाम पर रखने के लिए केंद्र सरकार के फैसले की सराहना की। काफी देर की चर्चा के बाद विधानसभा में प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया।

हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/सुनील