मप्रः हरदा पटाखा फैक्टरी ब्लास्ट मामले में सरकार का बड़ा एक्शन, कलेक्टर-एसपी को हटाया

 






भोपाल, 7 फरवरी (हि.स.)। मप्र के हरदा जिला मुख्यालय के करीबी गांव बैरागढ़ में मंगलवार को हुए अवैध पटाखा फैक्टरी विस्फोट मामले में राज्य सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। बुधवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के हरदा दौरे के बाद शाम को पहले एसपी संजीव कुमार कंचन और उसके कुछ देर बाद कलेक्टर ऋषि गर्ग को भी हटा दिया गया। इसके साथ ही कारखाना निरीक्षक एवं सहायक संचालक, औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा नवीन कुमार बरवा को भी निलंबित कर दिया है।

राज्य सरकार ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 1013 बैच के अधिकारी हरदा जिला कलेक्टर ऋषि गर्ग का तबादला करते हुए उनकी नवीन पदस्थापना की है। उन्हें भोपाल मंत्रालय में उप सचिव पदस्थ किया है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा बुधवार देर शाम आदेश जारी किया गया है। वहीं, गृह विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी हरदा के पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार कंचन को हटाकर भोपाल पुलिस मुख्यालय में सहायक पुलिस महानिरीक्षक बनाया गया है।

बताया जा रहा है कि घटना के दौरान पुलिस अधीक्षक को जिस तरह सक्रियता दिखानी थी, वह उन्होंने नहीं दिखाई। इसके चलते मुख्यमंत्री के दौरे के बाद गृह विभाग ने उन्हें हटाया है। वहीं नवीन कुमार बरवा कारखाना निरीक्षक एवं सहायक संचालक औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा सागर संभाग को किया निलंबित कर दिया गया है।

दरअसल, मुख्यमंत्री डॉ. यादव बुधवार को हादसे में घायलों से मिलने हरदा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने घायल व्यक्तियों से मुलाकात कर उनका हाल-चाल जाना। मुख्यमंत्री ने अस्पताल प्रबंधन को दुर्घटना में घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए। उन्होंने घायलों को आश्वस्त किया कि संकट की घड़ी में सरकार प्रभावितों के साथ है। पीड़ितों को हर संभव मदद दी जाएगी।

घायल व्यक्तियों ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को बताया कि हादसे में उनके घर पूरी तरह टूट गए हैं। मवेशी भी मारे गए हैं। मुख्यमंत्री ने क्षतिग्रस्त आवासों की लिस्टिंग कर पीड़ित परिवारों को आवास उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि घायल मवेशियों का बेहतर उपचार किया जाएगा। मृत हुए मवेशियों का मुआवजा भी प्रभावित व्यक्तियों को उपलब्ध कराया जाएगा। शासन की ओर से हरसंभव मदद की जा रही है। जांच टीम गठित की है, जो घटना स्थल का निरीक्षण करने के बाद जो अनुशंसा करेगी, उसके आधार पर ऐसी कार्रवाई करेंगे जो लोग याद रखेंगे।

गौरतलब है कि हरदा के पास बैरागढ़ गांव में मंगलवार को अवैध पटाखा फैक्टरी में विस्फोट के बाद भीषण आग लग गई थी। प्रशासन ने इस हादसे में 11 लोगों की मौत होने की पुष्टि की है। ग्रामीणों ने चार लोगों के लापता होने की बात भी कही है। सभी मृतकों के शव दफना दिए गए हैं। घटना में डेढ़ सौ से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। घायलों का उपचार हरदा, नर्मदापुरम, भोपाल और इंदौर के अस्पतालों में चल रहा है। ज्यादातर मरीजों को मलबे के टुकड़े लगने से गंभीर चोट आई है। जलने वाले लोगों की संख्या अपेक्षाकृत कम है।

घटना के दूसरे दिन बुधवार को सुबह आग पर काबू पा लिया गया। दोपहर में राहत एवं बचाव कार्य बंद कर दिया गया। घटना स्थल के आसपास तबाही के दृश्य रोंगटे खड़े कर रहे हैं। आसपास के 50 से अधिक घरों को काफी नुकसान पहुंचा है। विस्फोट से उड़े कंक्रीट के टुकड़ों व मलबे से आसपास के खेतों में खड़ी फसल भी तबाह हो गई है।

रिमांड पर लिए गए फैक्टरी मालिक सोमेश

मंगलवार देर रात गिरफ्तार फैक्टरी मालिक राजेश अग्रवाल, सोमेश अग्रवाल व प्रबंधक रफीक खान को पुलिस ने बुधवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से राजेश और रफीक जेल भेज दिए गए, जबकि सोमेश अग्रवाल को पुलिस ने तीन दिन की रिमांड पर लिया है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/वीरेन्द्र