गुरदासपुर में केजरीवाल ने सनी देओल पर साधा निशाना, कहा- एक बार भी अपने हलके का दौरा नहीं किया
पंजाब को देश का अग्रणी राज्य बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी : भगवंत मान
गुरदासपुर, 02 दिसंबर (हि.स.)। आम आदमी पार्टी के संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरदासपुर में शनिवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के साथ यहां आयोजित ‘विकास क्रांति’ रैली को संबोधित किया। इस दौरान 1854 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन एवं आधारशिला रखी।
इस मौके पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि यह एक व्यापक पैकेज है, जिसका उद्देश्य समाज के हर वर्ग की भलाई है। उन्होंने कहा कि यह शूरवीरों और शहीदों की धरती है और इलाके के पुत्र फौज में सेवा निभा कर देश की रक्षा करते हैं। केजरीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार सेवा के दौरान शहीद हुए सुरक्षा बलों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दे रही है।
केजरीवाल ने गुरदासपुर से भाजपा सांसद सनी देओल पर निशाना साधते हुए कहा कि इलाके के लोगों ने इस लोकसभा सीट से सनी देओल को अपना प्रतिनिधि चुना था, परन्तु उन्होंने एक बार भी अपने हलके का दौरा न करके लोगों के साथ विश्वासघात किया है। केजरीवाल ने कहा कि ऐसे लोग किसी किस्म की लिहाज के हकदार नहीं हैं और इनको सत्ता से एक तरफ किया जाना चाहिए, जिससे लोगों के असली सेवक चुने जा सकें।
केजरीवाल ने कहा कि पंजाब सरकार मुफ्त बिजली, स्कूल ऑफ एमिनेंस, आम आदमी क्लीनिक, 37000 से अधिक नौजवानों को नौकरियों देकर लोगों की सेवा कर रही है। केजरीवाल ने कहा कि वह महान गुरू साहिबान की तरफ से दर्शाये मार्ग पर चल कर राज्य के लोगों की सेवा कर रहे हैं और इस नेक कार्य के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब हर क्षेत्र में नयी बुलन्दियां छू रहा है और यह अपने आप में एक रिकार्ड है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री समाज के हर वर्ग की भलाई के लिए अथक प्रयत्न और मेहनत कर रहे हैं। केजरीवाल ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान को मिल रहे लोगों के भारी समर्थन स्वरूप वह दिन दूर नहीं, जब आम आदमी पार्टी पंजाब की सभी 13 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करेगी।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपने संबोधन में कहा कि इस इलाके से चुने हुए नेता हमेशा अहम पदों पर रहे, परन्तु उन्होंने कभी भी इस क्षेत्र और इसके लोगों के विकास की परवाह नहीं की। मान ने कहा कि आम लोगों की भलाई के उद्देश्य वाले प्रोजेक्टों को राज्य सरकार की तरफ से सबसे अधिक प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने कहा कि पिछले समय में प्रोजेक्ट सिर्फ कागजों तक सीमित रहते थे और उनका आम लोगों की भलाई के साथ कोई सरोकार नहीं था। भगवंत मान ने कहा कि हमारी सरकार ने प्रशासनिक कामकाज में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रयोग की शुरुआत की है, जिससे सिर्फ सड़कों के तखमीनों में से ही सरकार ने 163.26 करोड़ रुपये की बचत की है और 546 किलोमीटर ऐसी सड़कों का पता चला है, जिनका कोई अस्तित्व ही नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार नौजवानों के लिए नौकरियों के मौके, मानक शिक्षा और लोगों के लिए अच्छी सेहत सहूलतें, औद्योगिक और अन्य क्षेत्रों के लिए अधिक से अधिक निवेश जुटा कर ‘रंगला पंजाब’ बनाने के लिए पूरी शिद्दत के साथ कोशिशें कर रही है। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य पंजाब को देश भर में से अग्रणी राज्य बनाना है और इसलिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी।
भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री मान ने कहा कि केंद्र ने आरडीएफ का राज्य का बनता हिस्सा रोक दिया है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के विकास को चोट लगी है। उन्होंने कहा कि इसी तरह जीएसटी के मामले में किया गया है और लंबे समय से फंड जारी न करके भाजपा अपना पंजाब विरोधी चेहरा जग-जाहिर कर रही है।
मान ने गुरदासपुर से भाजपा सांसद सनी देओल के बारे में टिप्पणी करते हुए कहा कि मतदान के बाद उन्होंने अपने हलके को अपने रहमो-कर्म पर छोड़ दिया। भगवंत मान ने कहा कि यह लोग असंवेदनशील हैं और इनको आम लोगों के साथ कोई हमदर्दी नहीं है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है, जब इन लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया जाए और ऐसे लोगों को आगे लाया जाए, जो लोगों को समर्पित हों।
मुख्यमंत्री मान ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरहदी राज्य होने के कारण पंजाब आतंकवाद और नशा के खिलाफ देश की लड़ाई लड़ रहा है परंतु बदकिस्मती यह है कि जब भी राज्य को देश की तरफ से कानून-व्यवस्था बरकरार रखने के लिए केंद्रीय बलों की जरूरत पड़ती है तो इसके लिए मोटी फीस का भुगतान करने के लिए कह दिया जाता है। भगवंत मान ने कहा कि जहां तक पंजाब का सम्बन्ध है तो ‘भाड़े पर अर्द्ध सैनिक बलों’ वाली धारा खत्म होनी चाहिए और केंद्र को केंद्रीय बलों की कंपनियों की तैनाती में फराखदिली दिखानी चाहिए क्योंकि अब मांग से बहुत कम फोर्स तैनात की जाती है।
हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/वीरेन्द्र