गुजरात विधान सभा के उपाध्यक्ष जेठाभाई भरवाड़ ने दिया इस्तीफा

 


अहमदाबाद, 25 दिसंबर (हि.स.)। गुजरात विधान सभा के उपाध्यक्ष जेठाभाई भरवाड़ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष शंकर चौधरी को सौंपा, जिसे तत्काल स्वीकार कर लिया गया। इस इस्तीफे के पीछे के कारणों को लेकर फिलहाल कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन इस घटनाक्रम के बाद राज्य के राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर तेज हो गया है।

जेठाभाई ने काम के अत्यधिक दबाव, विभिन्न सहकारी संस्थाओं से जुड़ी जिम्मेदारियाें और सामाजिक दायित्वों में व्यस्तता को अपने इस्तीफे का कारण बताया है। उन्होंने यह इस्तीफा मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष जगदीश विश्वकर्मा तथा प्रदेश संगठन मंत्री रत्नाकर की प्रत्यक्ष मौजूदगी में विधानसभा अध्यक्ष को सौंपा।

इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए जेठाभाई ने कहा,“जो लोग चर्चा करना चाहते हैं, वे करते रहेंगे। मैंने पूरी तरह स्वेच्छा से इस्तीफा दिया है। काम का बोझ बहुत अधिक था, इसलिए यह निर्णय लिया। मेरा मानना है कि अन्य लोगों को भी अवसर मिलना चाहिए, यही मेरे इस्तीफे का उद्देश्य है।”

कौन हैं जेठाभाई भरवाड़?

जेठाभाई भरवाड़ गुजरात के वरिष्ठ और प्रभावशाली नेताओं में गिने जाते हैं। वे भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हुए हैं और लंबे समय से सक्रिय राजनीति में हैं। वे पंचमहल जिले की शहरा विधानसभा सीट से विधायक हैं और वर्ष 2012, 2017 तथा 2022 में लगातार इस सीट से निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने गुजरात विधानसभा के उपाध्यक्ष के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। राजनीति के साथ-साथ सहकारी क्षेत्र में भी उनकी सशक्त पहचान है। वे पंचामृत डेयरी के चेयरमैन के रूप में निर्विरोध चुने गए थे और नेशनल एग्रीकल्चर कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के चेयरमैन भी रह चुके हैं।

अपने क्षेत्र में मजबूत पकड़ और संगठनात्मक अनुभव के कारण जेठाभाई भरवाड़ को गुजरात की राजनीति में एक अहम नेता माना जाता है।

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हिन्दुस्थान समाचार / यजुवेंद्र दुबे