जीआरएसई ने महासागर अनुसंधान पोत के निर्माण के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर किए
कोलकाता, 17 जुलाई (हि.स.)। रक्षा पीएसयू गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (जीआरएसई) ने राष्ट्रीय ध्रुव और महासागर अनुसंधान केंद्र (एनसीपीओआर) के साथ एक महासागर अनुसंधान पोत के निर्माण के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं।
यह जानकारी एक अधिकारी ने बुधवार को दी। यह अनुबंध लगभग 840 करोड़ रुपये का है और जीआरएसई और एनसीपीओआर के अधिकारियों के बीच गोवा में मंगलवार को इस पर हस्ताक्षर किए गए। यह पोत 42 महीनों के भीतर निर्मित होगा। शिपयार्ड ने स्टॉक एक्सचेंजों को इस बारे में सूचित किया है।
कोलकाता मुख्यालय वाले युद्धपोत निर्माता ने कहा कि उसके पास सर्वेक्षण पोतों के क्षेत्र में आवश्यक विशेषज्ञता है और वह पिछले चार दशकों से भारतीय नौसेना के लिए इन्हें बना रहा है। दिसंबर, 2023 में जीआरएसई ने देश में निर्मित सबसे बड़ा सर्वेक्षण पोत आईएनएस संध्यक भारतीय नौसेना को सौंपा था। इस श्रेणी के तीन और पोत विभिन्न चरणों में निर्माणाधीन हैं। यह अनुभव जीआरएसई को एनसीपीओआर के लिए महासागर अनुसंधान पोत डिजाइन और निर्माण में अच्छी स्थिति में रखेगा। अधिकारी ने कहा कि पोत की कुल लंबाई 89.50 मीटर होगी और यह 18.80 मीटर चौड़ा होगा, साथ ही पोत का कुल वजन 5,900 टन होगा।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर / गंगा राम / सुनीत निगम