बेटियों की अस्मत पर सरकार की जिम्मेदारी तय होनी चाहिये : देवकीनंदन महाराज
-पश्चिम बंगाल में सनातनियों के साथ अच्छा नहीं हो रहा : देवकीनंदन महाराज
-यूएसए, कनाडा, से प्रवचन कर स्वदेश लौटे देवकीनंदन महाराज, पश्चिम बंगाल के माहोल पर जताया रोष
मथुरा, 21 अगस्त (हि.स.)। कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ अमानवियता पर रोष व्यक्त करते हुए देवकीनंदन महाराज ने कहा कि जिम्मेदार पदों पर बैठे जो लोग अपने प्रदेश में बेटियों और स्त्रियों की अस्मत की सुरक्षा करने में असमर्थ हैं, अपराधियों को उचित दण्ड देने से बचते हैं, उन्हें स्तीफा दे देना चाहिये। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी स्वंय स्त्री हैं उन्हें तो पता होना चाहिये कि किसी पीड़ित बेटी के मामले में कैसा व्यवहार होना चाहिये।
यूएसए, कनाडा से भागवत प्रवचन कर स्वदेश लौटे देवकीनंदन महाराज ने बुधवार शाम प्रियाकान्तजु मंदिर पर मीडिया से बात करते हुये कहा राज्यपाल एवं राष्ट्रपति को इस मामले में कदम उठाते हुये सरकार की जवाबदेही तय करनी चाहिये। जब अस्पताल जैसी जगहों पर बेटियाँ सुरक्षित नहीं हैं तो आम जनता का क्या हाल होगा। उन्होंने कहा कि बंगाल में सनातनियों के साथ अच्छा नहीं हो रहा है। बांग्लादेश से भी अगर शिक्षा नहीं ले रहे हैं तो एक दिन हमें पक्षताना पड़ेगा। कोलकाता मामले में सुप्रीम कोर्ट ने माना कि पुलिस ने एफआईआर करने में देरी की है। बेटियों के साथ अत्याचारों पर एफआईआर करने में देरी क्यों होती हैं ? उन्होने कहा कि ऐसी घटनाओं से निबटने के लिये चारित्रिक उत्थान बहुत जरूरी है।
भागवत प्रवक्ता ने बताया कि कनाडा में कथा सुनने आयी एक बेटी ने पूछा, आप यहाँ संस्कृति पर प्रवचन दे रहे हैं आपके भारत में बेटियों के साथ क्या हो रहा है ? तब हम उसे क्या जवाब दें ? जब ऐसी घटनायें घटती हैं तो प्रदेश या मुख्यमंत्री तक ही सीमित नहीं रहतीं। भारत में ऐसा क्यों हो रहा है, ऐसा लोग पूछते हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / महेश कुमार / आकाश कुमार राय