गोवा मुक्ति दिवस पर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने सेनानियों को किया नमन, जनता को दी शुभकामनाएं
नई दिल्ली, 19 दिसंबर (हि.स.)। गोवा मुक्ति दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को गोवा को पुर्तगाली शासन से मुक्त कराने वाले सेनानियों के साहस और बलिदान को नमन किया तथा गोवा की जनता के उज्ज्वल और समृद्ध भविष्य की कामना की।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर कहा कि गोवा मुक्ति दिवस पर राष्ट्र उन वीरों को कृतज्ञता के साथ स्मरण करता है, जिन्होंने औपनिवेशिक शासन के खिलाफ निरंतर संघर्ष किया। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों और सशस्त्र बलों के अडिग संकल्प और समर्पण को नमन करते हुए गोवा के लोगों के लिए उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक्स पर साझा किए गए संदेश में कहा कि गोवा मुक्ति दिवस देश की राष्ट्रीय यात्रा के एक निर्णायक अध्याय की याद दिलाता है। उन्होंने कहा कि अन्याय के खिलाफ खड़े होकर स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करने वालों का अदम्य साहस आज भी प्रेरणा देता है और गोवा के सर्वांगीण विकास के प्रयासों को दिशा प्रदान करता है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गोवा की जनता को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि 1961 तक भारतीयों को गोवा जाने के लिए अनुमति लेनी पड़ती थी। उन्होंने प्रभाकर वैद्य, बाला राय मापारी, नानाजी देशमुख और जगन्नाथ राव जोशी सहित उन महान लोगों को याद किया, जिन्होंने गोवा की मुक्ति के लिए संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि देशभक्तों के बलिदान के बाद ही गोवा भारत का अभिन्न अंग बन सका।
उल्लेखनीय है कि गोवा मुक्ति दिवस हर साल 19 दिसंबर को मनाया जाता है। इसी दिन 1961 में गोवा, दमन और दीव को पुर्तगाली औपनिवेशिक शासन से मुक्ति मिली थी। उस समय यहां पुर्तगालियों का शासन था।
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हिन्दुस्थान समाचार / माधवी त्रिपाठी