घोसालकर की हत्या में मोरिस नरोन्हा ने अपने अंगरक्षक की पिस्तौल का किया था इस्तेमाल
- मोरिस नोरोन्हा के निजी अंगरक्षक अमरेंद्र मिश्रा को गिरफ्तार करके हो रही है पूछताछ
मुंबई, 09 फरवरी (हि.स.)। दहिसर में शिवसेना (यूबीटी) नेता अभिषेक घोसालकर की हत्या के लिए सामाजिक कार्यकर्ता मोरिस नोरोन्हा ने अपने अंगरक्षक की पिस्तौल का इस्तेमाल किया था।यह खुलासा शुक्रवार को इस मामले की छानबीन के दौरान हुआ है। पुलिस ने मोरिस नरोन्हा की पत्नी सहित उनके परिवार के सदस्यों के बयान दर्ज किए हैं। नरोन्हा की पत्नी ने बताया कि उनका पति हमेशा अभिषेक घोसालकर को खत्म करने की बात किया करता था। नरोन्हा के अंगरक्षक को गिरफ्तार करके उससे पूछताछ की जा रही है।
पूर्व विधायक विनोद घोसालकर के बेटे पूर्व पार्षद और शिवसेना नेता अभिषेक घोसालकर की गुरुवार शाम मोरिस नरोन्हा ने अपने कार्यालय में बुलाकर गोली मार दी और इसके बाद खुद को गोली मार ली थी। इस घटना के बाद दोनों की मौत हो गई थी। सामाजिक कार्यकर्ता मोरिस ने अपने निजी अंगरक्षक अमरेंद्र मिश्रा की पिस्तौल से घोसालकर पर फायरिंग की थी। इस बात की जानकारी आज जांच में सामने आई और पुलिस ने अंगरक्षक मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आज सुबह ही इस मामले में मेहुल पारेख और रोहित शाहू उर्फ रावण को गिरफ्तार किया था।
पुलिस उपायुक्त राजतिलक रौनक ने शुक्रवार को सुबह पत्रकारों को बताया कि इस मामले की छानबीन मुंबई क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है। आज पुलिस ने नोरोन्हा की पत्नी सहित उनके परिवार के सदस्यों के बयान दर्ज किए हैं। जांच में पता चला है कि नोरोन्हा को बलात्कार के मामले में गिरफ्तार किया गया था और लगभग पांच महीने सलाखों के पीछे बिताए थे। इसी वजह से नरोन्हा ने अभिषेक घोसालकर की हत्या करने की साजिश रची थी। इसी साजिश के तहत ही नरोन्हा ने अभिषेक से दोस्ती का नाटक किया और उन्हें अपने कार्यालय में बुलाकर उनकी हत्या कर दी।
हिन्दुस्थान समाचार/राजबहादुर/सुनीत