प्रथम प्रशिक्षण स्क्वाड्रन ने पोर्ट लुइस की यात्रा के दौरान द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाया

 


- मॉरीशस राष्ट्रीय दिवस पर सिटी परेड में मुख्य अतिथि थीं भारतीय राष्ट्रपति मुर्मू

- इस यात्रा ने भारत और मॉरीशस के बीच गहरे समुद्री संबंधों पर प्रकाश डाला

नई दिल्ली, 15 मार्च (हि.स.)। भारतीय नौसेना की फर्स्ट ट्रेनिंग स्क्वाड्रन (1टीएस) के प्रमुख जहाज आईएनएस तीर ने लंबी दूरी की प्रशिक्षण तैनाती के दौरान पोर्ट लुइस की यात्रा पूरी कर ली है। मॉरीशस के 57वें राष्ट्रीय दिवस समारोह के साथ हुई इस यात्रा ने भारत और मॉरीशस के बीच गहरे समुद्री संबंधों पर प्रकाश डाला। एक नौसैनिक दल और एक हेलीकॉप्टर ने मॉरीशस राष्ट्रीय दिवस पर सिटी परेड में भाग लिया, जिसे मुख्य अतिथि के रूप में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी देखा।

प्रथम प्रशिक्षण स्क्वाड्रन (1टीएस) आईएनएस तीर और सीजीएस सारथी ने अपनी लंबी दूरी की प्रशिक्षण तैनाती के हिस्से के रूप में पोर्ट लुइस, मॉरीशस की यात्रा संपन्न की। यह यात्रा भारतीय नौसेना के प्रशिक्षुओं के लिए समृद्ध रही, जिन्होंने मॉरीशस के मैरीटाइम एयर स्क्वाड्रन और पुलिस हेलीकॉप्टर स्क्वाड्रन का दौरा किया। क्रॉस ट्रेनिंग विजिट के हिस्से के रूप में मॉरीशस के राष्ट्रीय तटरक्षक कर्मियों को भारतीय जहाजों पर छोटे हथियारों और अग्निशमन का प्रशिक्षण दिया गया।

मॉरीशस के 57वें राष्ट्रीय दिवस समारोह में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थी। उन्होंने सिटी परेड में भारतीय नौसैनिक दल और एक हेलीकॉप्टर को शामिल होते देखा। यात्रा के दौरान समुद्री अभ्यास भी किये गए। पोर्ट लुइस में प्रवेश करने से पहले मॉरीशस तटरक्षक डोर्नियर और के साथ 1टीएस ने संयुक्त रूप से ईईजेड की निगरानी भी की। मौजूदा यात्रा क्षेत्रीय सुरक्षा के प्रति साझा प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए भारत और मॉरीशस के बीच समृद्ध सांस्कृतिक और राजनयिक संबंधों को उजागर करती है।

हिन्दुस्थान समाचार/सुनीत/जितेन्द्र