राजस्थान में कांग्रेस सरकार क्यों रिपिट नहीं हुई, इस पर मंथन हो: पायलट

 


जयपुर, 04 दिसंबर (हि.स.)। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने ही पार्टी के नेताओं के निशाने पर आ गए हैं। मुख्यमंत्री के ओएसडी लोकेश शर्मा के बाद अब पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कांग्रेस की हार पर मंथन करने की मांग की है। सोमवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए पायलट ने पार्टी से लोकेश शर्मा के बयान पर ध्यान देने की बात कही।

लोकेश शर्मा के बयान पर पायलट ने कहा, मैंने मुख्यमंत्री के सलाहकार का बयान देखा है। उन्होंने जो स्टेटमेंट दिया है, वह आश्चर्यजनक है। वो इसलिए कि बयान मुख्यमंत्री के ओएसडी का है। चिंता का विषय भी है। पूरी उम्मीद है कि पार्टी कहीं न कहीं इस पर ध्यान देगी कि यह क्यों कहा गया? क्या सच है, क्या झूठ है? हम लोग चाहते थे कि सरकार दोबारा बने। इसके लिए हम सब लोगों ने जितना हो सके पूरी ताकत लगाकर काम किया फिर भी हम कामयाब नहीं हो सके। इसके कारणों को तलाशना होगा।

पायलट ने कहा कि परंपरा को तोड़ने के लिए हमने बहुत मेहनत की, हरसंभव कोशिश करने के बावजूद हम कामयाब नहीं हो सके। यह चिंता का विषय है। हर बार हम सरकार बनाने के बाद उसे रिपीट नहीं कर पाते हैं। इस बार दोबारा वही हुआ। इस बात का हम सबको खेद है। इस पर हमें आत्मचिंतन करना पड़ेगा।

उन्होंने कहा कि राजस्थान में सरकार रिपीट करना हम सब का उद्देश्य था लेकिन इसके बारे में बहुत ईमानदारी से आत्म विश्लेषण करना चाहिए और करना पड़ेगा कि कहां कमियां रह गई, क्योंकि आने वाले समय में लोकसभा का चुनाव है, वह बड़ी चुनौती हमारे सामने है। इस पूरे प्रचार अभियान में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, खड़गे साहब सबने पूरी ताकत से काम भी किया, प्रचार किया फिर भी हम सरकार नहीं बना पाए। हम एक मजबूत विपक्ष बनकर काम करेंगे और आने वाली सरकार ने जो वादे किए हैं उनको पूरा करने के लिए मजबूर करेंगे, जनता की आवाज बना काम करेंगे।

पायलट ने कहा- हमें वापस जनता के बीच जाना पड़ेगा। जनता की कसौटी पर खरा उतरने के लिए हम लोगों को क्या रणनीति बनानी है, कैसे जनता तक संदेश पहुंचाना है, कार्यकर्ताओं में किस प्रकार ऊर्जा का संचार दोबारा करेंगे इस पर कदम उठाने होंगे। समय बहुत कम है। इसलिए बहुत जल्द हमें चर्चा करनी पड़ेगी। मुझे जो कुछ भी कहना है पार्टी प्लेटफार्म पर बताएंगे।

उल्लेखनीय है कि रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने एक ट्वीट कर राज्य में कांग्रेस की हार के लिए गहलोत को जिम्मेदार ठहराया था। लोकेश शर्मा ने 25 सितंबर की घटना के लिए भी गहलोत को जिम्मेदार ठहराते हुए उन पर हाईकमान को धोखा देने तक का आरोप लगाया। लोकेश शर्मा ने सोशल मीडिया पर लिखा- मैं नतीजों से आहत जरूर हूं, लेकिन अचंभित नहीं हूं। कांग्रेस पार्टी राजस्थान में नि:संदेह रिवाज बदल सकती थी, लेकिन अशोक गहलोत कभी कोई बदलाव नहीं चाहते थे। यह कांग्रेस की नहीं बल्कि अशोक गहलोत जी की हार है। गहलोत के चेहरे पर, उनको फ्री हैंड देकर, उनके नेतृत्व में पार्टी ने चुनाव लड़ा। उनके मुताबिक हर सीट पर वे खुद चुनाव लड़ रहे थे। लोकेश शर्मा ने लिखा- न उनका अनुभव चला, न जादू और हर बार की तरह कांग्रेस को उनकी योजनाओं के सहारे जीत नहीं मिली। न ही अथाह पिंक प्रचार (योजनाओं से जुड़े होर्डिंग पिंक कलर में लगे थे) काम आया। तीसरी बार लगातार सीएम रहते हुए गहलोत ने पार्टी को फिर हाशिये पर लाकर खड़ा कर दिया। आज तक पार्टी से सिर्फ लिया ही लिया है, लेकिन गहलोत कभी अपने रहते पार्टी की सत्ता में वापसी नहीं करवा पाए।

हिन्दुस्थान समाचार/ईश्वर/आकाश