यूपी में सात चरणों में होगा चुनाव, पहले पांच चरण में कई सीटें बदल गई

 


लखनऊ, 16 मार्च (हि.स.)। चुनाव आयोग ने शनिवार को लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों की घोषणा की। देश की संसद को सबसे ज्यादा 80 सांसद देने वाले उत्तर प्रदेश में 2019 के आम चुनाव की तरह सात चरण में चुनाव होंगे। पिछले चुनाव में पहले चरण की शुरुआत पश्विम उत्तर प्रदेश से हुई थी। इस बार भी यूपी में वोटिंग की शुरुआत पश्चिम से हो रही है, हालांकि चुनाव आयोग न इस बार चरणवार सीटों में बदलाव किया है। पिछले चुनाव के छठे और सातवें चरण में जिन सीटों पर मतदान हुआ था, वो इस चुनाव में भी वैसी ही हैं। बाकी पांच चरणों में सीटों में काफी बदलाव किया गया है। सीटों में जो बदलाव हुए हैं, उनमें ज्यादातर सीटें पश्चिम उत्तर प्रदेश की हैं। हां, चरणवार सीटों की संख्या में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

यूपी में 2019 के लोकसभा चुनाव के पहले चरण की 11 अप्रैल को जिन आठ सीटों पर वोटिंग हुई थी, उनमें सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर शामिल थीं। चुनाव आयोग ने इस बार भी सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर, पीलीभीत सीटों का ऐलान किया है। पिछले चुनाव में नगीना सीट पर दूसरे चरण, मुरादाबाद पर तीसरे और रामपुर और पीलीभीत पर क्रमश: तीसरे चरण में मतदान हुआ था। लोकसभा चुनाव 2024 को पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को होगा।

अब बात दूसरे चरण की। 2019 में दूसरे चरण का मतदान 18 अप्रैल को जिन आठ सीटों पर हुआ था, उनमें नगीना, अमरोहा, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, आगरा और फतेहपुर सीकरी थी। इस बार अमरोहा, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा पर 26 अप्रैल को वोटिंग होगी। दूसरे चरण में शामिल मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर सीटों पर पहले चरण में मतदान हुआ था।

2019 में तीसरे चरण का मतदान 23 अप्रैल को जिन दस सीटों पर हुआ था। उनमें मुरादाबाद, रामपुर, संभल, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला, बरेली और पीलीभीत थी। इस बार 07 मई को जिन सीटों पर वोटिंग होगी, उनमें संभल, हाथरस, आगरा, फतेहपुर सीकरी, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला, बरेली शामिल हैं। इस चरण में शामिल हाथरस और आगरा सीटें पिछले चुनाव में दूसरे और फतेहपुर सीकरी पहले चरण में थी।

पिछले लोकसभा चुनाव में चौथे चरण का मतदान 29 अप्रैल को 13 सीटों पर हुआ। इनमें शाहजहांपुर, खीरी, हरदोई, मिश्रिख, उन्नाव, फर्रुखाबाद, इटावा, कन्नौज, कानपुर, अकबरपुर, जालौन, झांसी और हमीरपुर थे। इस बार जिन 13 सीटों 13 मई को चौथे चरण में चुनाव होगा, उनमें शाहजहांपुर, खीरी, धौरहरा, सीतापुर, हरदोई, मिश्रिख, उन्नाव, फर्रुखाबाद, इटावा, कन्नौज, कानपुर, अकबरपुर, बहराइच हैं। इस चरण में शामिल धौरहरा और सीतापुर सीट पिछले चुनाव में पांचवें चरण में शामिल थी।

2019 में पांचवें चरण का मतदान 06 मई को धौरहरा, सीतापुर, मोहनलालगंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, बांदा, फतेहपुर, कौशांबी, बाराबंकी, फैजाबाद, बहराइच, कैसरगंज और गोंडा यानी 14 सीटों पर हुआ। इस बार मोहनलाल गंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, जालौन, झांसी, हमीरपुर, बांदा, फतेहपुर, कौशाम्बी, बाराबंकी, फैजाबाद, कैसरगंज, गोण्डा 14 सीटों पर 20 मई को मतदान होगा। पांचवें चरण में शामिल जालौन, झांसी और हमीरपुर सीट पर पिछले चुनाव में चौथे चरण में मतदान हुआ था।

2019 में छठे चरण में 12 मई को जिन 14 सीटों पर वोटिंग हुई, उनमें सुलतानपुर, प्रतापगढ़, फूलपुर, प्रयागराज, अंबेडकरनगर, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, संतकबीर नगर, लालगंज, आजमगढ़, जौनपुर, मछलीशहर और भदोही। इस बार इन 14 सीटों पर वोटिंग की तारीख 25 मई है। हालांकि सीटों में कोई बदलाव नहीं हुआ।

पिछले चुनाव में सातवें चरण की वोटिंग 19 मई को 13 सीटों पर हुई। इनमें महराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मीरजापुर और राबर्ट्सगंज। इस बार वोटिंग 01 जून को होगी। सीटों में कोई बदलाव नहीं किया गया। चुनाव के नतीजे 04 जून को घोषित होंगे।

इस बदलाव के सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। जानकारों के मुताबिक, चुनाव आयोग कई बिंदुओं पर चर्चा करने के बाद तारीखों की घोषणा करता है। इसमें सुरक्षा व्यवस्था, संवेदनशील मतदान केंद्रों की संख्या, स्थानीय त्यौहार आदि कई कारण होते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/डॉ आशीष/मोहित/आकाश