महाराष्ट्र में एक और झारखंड में दो चरणों में मतदान, 23 नवंबर को आयेंगे नतीजे

 






नई दिल्ली, 15 अक्टूबर (हि.स.)। चुनाव आयोग ने मंगलवार को दो राज्यों महाराष्ट्र एवं झारखंड विधानसभा के लिए चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा की। महाराष्ट्र की 288 सीटों के लिए एक चरण में 20 नवंबर और झारखंड की 81 सीटों के लिए दो चरणों में 13 और 20 नवंबर को मतदान होगा। इसके अलावा आयोग ने 48 विधानसभा और दो लोकसभा सीटों पर उपचुनाव की भी घोषणा की है। सभी के नतीजे 23 नवंबर को आयेंगे।

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू के साथ आज दिल्ली के विज्ञान भवन में पत्रकार वार्ता की। इसमें उन्होंने चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की।

चुनाव आयोग की ओर से जारी मतदान कार्यक्रम के अनुसार महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के लिए एक चरण में मतदान होगा। 22 अक्टूबर को अधिसूचना जारी की जाएगी और 29 अक्टूबर तक नामांकन किया जा सकता है। नामांकन की जांच 30 अक्टूबर और नामांकन वापसी की अंतिम तिथि 4 नवंबर तय की गई है। बुधवार 20 नवंबर को सभी सीटों पर एक साथ चुनाव होंगे।

झारखंड की 43 विधानसभा सीटों के लिए पहले चरण में बुधवार 13 नवंबर और 38 विधानसभा सीटों के लिए दूसरे चरण में बुधवार 20 नवंबर को मतदान होगा। पहले चरण के लिए अधिसूचना 18 अक्टूबर को जारी की जाएगी। नामांकन 25 अक्टूबर, नामांकन की जांच 28 अक्टूबर और नाम वापसी 30 अक्टूबर तक हो सकेगी। वहीं, दूसरे चरण के लिए 22 अक्टूबर को अधिसूचना जारी की जाएगी। 29 अक्टूबर तक नामांकन, 30 अक्टूबर को नामांकन की जांच, 1 नवंबर को नाम वापसी होगी।

इसके अलावा चुनाव आयोग ने 15 राज्यों की 48 विधानसभा सीटों और दो राज्यों की दो लोकसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए भी मतदान कार्यक्रम की घोषणा की है। इसके मुताबिक 14 राज्यों की 47 विधानसभा सीटों और केरल की एक वायनाड लोकसभा सीट पर 13 नवंबर को मतदान होगा। वहीं, उत्तराखंड की एक विधानसभा सीट और महाराष्ट्र की नांदेड लोकसभा सीट पर 20 नवंबर को मतदान होगा।

महाराष्ट्र में 288 सीटों में से 234 सामान्य, 25 अनुसूचित जनजाति और 29 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। महाराष्ट्र में कुल 9.63 करोड़ मतदाता हैं जिनमें से 20.93 लाख मतदाता पहली बार अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। आयोग ने राज्य विधानसभा के लिए 52,789 स्थानों पर एक लाख से अधिक मतदान केंद्र बनाए हैं।

झारखंड की 81 विधानसभा सीटों में से 44 सामान्य, 28 अनुसूचित जनजाति और 9 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। यहां 2.6 करोड़ मतदाता हैं जिनमें से 66.84 लाख युवा मतदाता है और 11.84 लाख मतदाता पहली बार मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे। आयोग ने उनके लिए 20281 स्थानों पर 29,562 मतदान केंद्र बनाए हैं।

सीईसी राजीव कुमार का कहना है कि आयोग ने दोनों राज्यों महाराष्ट्र और झारखंड में विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह का शत-प्रतिशत समावेशन सुनिश्चित करने के प्रयास किए गए हैं और उनका नाम मतदाता सूची में शामिल कराया है।

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने महाराष्ट्र विधानसभा के लिए विशेष रूप से शहरी मतदाताओं की उदासीनता का उल्लेख किया और कहा कि इससे निपटने के लिए एक लक्षित अभियान और प्रयास किया जाएगा ताकि कोशिश हो सके कि सभी मतदान में भागीदारी करें।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / अनूप शर्मा