राजस्थान विस चुनाव: राहुल गांधी ने बायतु और बल्लभनगर की रैलियों में प्रधानमंत्री और अडाणी पर साधा निशाना

 


जयपुर, 21 नवंबर (हि.स.)। राजस्थान में बाड़मेर के बायतु और उदयपुर के वल्लभनगर में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में चुनावी रैलियों को सम्बोधित किया। उन्होंने इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और व्यवसायी गौतम अडाणी पर निशाना साधा।

राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का काम़़ आपके ध्यान को इधर-उधर भटकाने का है। अडाणी का काम आपकी जेब काटना है। मैं आज ये समझाने आया हूं। जब दो जेबकतरे किसी की जेब काटना चाहते हैं तो क्या करते हैं? ध्यान हटाने का काम करते हैं। एक आता है आपसे बात करता है और पीछे से दूसरा आता है, आपकी जेब काटकर ले जाता है। हिंदुस्तान में सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी, गरीबी और महंगाई है। कभी टीवी पर आपने बेरोजगार युवा को देखा है, नहीं देखा होगा। राहुल ने कहा कि एक साल पहले कन्याकुमारी से कश्मीर तक हमने यात्रा की। 4500 किलोमीटर लाखों लोगों के साथ कश्मीर तक चले। बारिश, तूफान, बर्फ में पैदल चले। इसका मकसद था, भारत को जोड़ना। हमें लगा भाजपा देश में नफरत फैला रही है। हिंसा फैला रही है। एक जाति को दूसरी से और एक धर्म के लोगों को दूसरे धर्म के लोगों से लड़ा रही है। इसलिए हमने भारत जोड़ो यात्रा शुरू की। अमित शाह, राजनाथ सिंह जैसे भाजपा नेताओं के बच्चे अच्छे इंग्लिश स्कूलों में पढ़ते हैं। वहीं, वे आदिवासी बच्चों को नहीं पढ़ने देना चाहते। मैं चाहता हूं कि आदिवासी युवा अगर पायलट बनना चाहता है, अमेरिका जाना चाहता है तो उसका हक बनता है। आप असली मालिक हो इस जमीन के हक बनता है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी आपको अधिकार देने के लिए ट्राइबल बिल, मनरेगा लाई। बीजेपी ने जमीन अधिग्रहण बिल रद्द कर दिया और आप पर पेशाब करके कहते हैं कि आप आदिवासी हो। पहले नरेन्द्र मोदी हर भाषण में कहते थे कि आप वनवासी हो। जैसे ही मैंने ये बात बोली कि वनवासी और आदिवासी में फर्क है और नरेन्द्र मोदी खबरदार आपने वनवासी शब्द का प्रयोग किया। उसके बाद नरेन्द्र मोदी ने इस शब्द का प्रयोग बंद कर दिया। जब तक कांग्रेस पार्टी है आपको सारे अधिकार दिलवाएं जाएंगे। इन लोगों को अधिकार और भागीदारी देने के लिए मैंने पार्लियामेंट में बात की। इनको ये अधिकार देना जरूरी और हिंदुस्तान का धन कितना आदिवासियों और दलितों के पास है, ये पता लगाना पड़ेगा। इसके बिना भागीदारी की बात करना बिल्कुल खोखली है। मैंने पार्लियामेंट में कहा कि पहला कदम देश का एक्स-रे करना है। देश में आदिवासियों-दलितों का दर्द दूर करने के लिए जाति जनगणना जरूरी है। मैंने पार्लियामेंट में मोदी को बोला कि यूपीए के समय हमने ये आंकड़े निकाले थे आप जारी करो। जिस दिन मैंने ये बात की उस दिन से उनके भाषण बदल गए।

राहुल ने कहा कि पहले कहते थे मैं ओबीसी हूं अब कहते हैं कि हिंदुस्तान में केवल एक ही जात है वो है गरीब। हालांकि, उन्होंने दूसरी बात नहीं कही कि एक जात अगर एक जात है गरीब है तो दूसरी जात अरबपतियों की है। अडाणी-अंबानी की अलग जात है। देश में किसको कितना पैसा मिलेगा ये केवल देश के 90 अफसर तय करते हैं। इनमें से केवल तीन अफसर पिछड़े वर्ग से आते हैं। जीएसटी में जो पैसा आता है उसमें 50 प्रतिशत पिछड़ों का, करीब 15 प्रतिशत दलितों और करीब 12 प्रतिशत आदिवासियों का। फसल बीमा योजना में 35 हजार करोड़ लगता है। इसमें 20 हजार करोड़ दिल्ली सरकार देती है, 10 हजार करोड़ स्टेट की सरकार देती है जीएसटी से और 5 हजार करोड़ किसान देता है। अब मोदी की सरकार ये पूरा 35 हजार करोड़ 16 कंपनियों को दे देती है। इनमें एक दलित या आदिवासी नहीं है। जब किसानों को नुकसान होता है तो ये 16 कंपनियां पैसा नहीं देती हैं जबकि पैसा किसानों का ही है। कभी आपने किसी किसान या मजदूर को टीवी पर देखा है, नहीं दिखेगा। शाहरुख, ऐश्वर्या या क्रिकेट मैच दिख जाएगा लेकिन किसान नहीं दिखेगा।

राहुल ने कहा कि उत्तराखंड में मजदूर फंसे हुए है जमीन के नीचे, लेकिन टीवी पर केवल क्रिकेट दिख रहा है, थोड़ा उन मजदूरों को भी दिखा दो। मीडिया में मोदी का 24 घंटे चेहरा आता है, क्योंकि मोदी केवल अडाणी-अंबानी का काम करते हैं। ये अच्छा सौदा है, अडाणी-अंबानी इनका चेहरा दिखाते हैं, ये सारा जीएसटी का पैसा उधर भेजते हैं। नरेंद्र मोदी ने कहा कि 15 लाख रुपए आपकी जेब में आएगा, लेकिन नहीं आया। नरेंद्र मोदी ने कोविड में सब को नचाया, थाली बजवाई। राजस्थान की किसी स्कीम में अडाणी को एक पैसा नहीं मिल रहा है। अगर वो मजदूरी करेगा तो उसे मनरेगा में पैसा मिलेगा, मजदूरी वो करने वाला नहीं है। मजदूरी करेगा तो वो बेहोश हो जाएगा, जमीन में लेट जाएगा, उसे पानी पिलाना पड़ेगा। कांग्रेस की सारी स्कीम गरीब-पिछड़ों के लिए है। भाजपा की सारी स्कीम अडाणी वाली स्कीम है।

उन्होंने कहा कि हमारी राजस्थान में सात गारंटी हैं। इसमें से एक रुपया अडाणी को नहीं जाएगा। सिलेंडर यहां 400 रुपये का हो जाएगा, एक रुपया अडाणी को नहीं। राजस्थान में अंग्रेजी स्कूलों का जाल फैला दिया। भाजपा कहती है कि हिंदी सीखो, अंग्रेजी नहीं। हम कहते हैं हिंदी और अंग्रेजी दोनों सीखो। हिंदी में राजस्थान में बात करो। अगर कोई विदेशी राजस्थान आता है तो उससे अंग्रेजी में बात करो। हमें दो हिंदुस्तान नहीं चाहिए। राहुल ने कहा कि भाजपा नफरत क्यों फैलाना चाहती है? इसका कारण है बेरोजगारी और महंगाई से ध्यान हटाना है। राहुल गांधी ने क्रिकेट विश्व कप के फाइनल में भारतीय टीम की हार का के लिए भी प्रधानमंत्री मोदी को जिम्मेदार ठहराया।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप/दधिबल