चूरू सांसद राहुल कस्वां अब कांग्रेस के साथ
जयपुर, 11 मार्च (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी से टिकट कटने से नाराज चूरू से भाजपा सांसद राहुल कस्वां ने सोमवार को कांग्रेस का हाथ थाम लिया। सोमवार को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के निवास पर कस्वां ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली भी मौजूद रहे।
राहुल कस्वां चूरू से लोकसभा में भाजपा के सांसद हैं। वर्ष 2014 और 2019 में लगातार राहुल कस्वां ने भाजपा प्रत्याशी के तौर पर जीत दर्ज की है। इस बार भाजपा ने राहुल कस्वां का टिकट काट कर पैरा ओलंपियन देवेंद्र झाझड़िया को प्रत्याशी घोषित किया है। टिकट कटने से राहुल कस्वां खासे नाराज थे। कस्वां ने टिकट कटने के बाद सोशल मीडिया पर पोस्ट करके सवाल उठाते हुए पूछा था कि उनका दोष क्या है? उन्होंने सोशल मीडिया पर भड़ास निकालते हुए अपनी ही पार्टी के नेताओं पर भी सवाल उठाए थे। इसके बाद शुक्रवार को सादुलपुर में समर्थकों को जुटाकर टिकट कटने पर सवाल उठाते हुए इशारों में पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ पर जमकर निशाना साधा था।
इससे पूर्व कस्वां ने कांग्रेस सदस्यता ग्रहण करने से करीब एक घंटे पूर्व अपने समर्थकों के नाम सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए भाजपा छोड़ने की जानकारी दी कि आप सब की भावनाओं के अनुरूप, मैं सार्वजनिक जीवन का एक बड़ा फैसला लेने जा रहा हूं। राजनीतिक कारणों के चलते आज इसी समय, मैं भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता एवं संसद सदस्य पद से इस्तीफा दे रहा हूँ।
कस्वां ने लिखा कि वे समस्त भारतीय जनता पार्टी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं अमित शाह का आभार प्रकट करते हैं, जिन्होंने उन्हें 10 वर्षों तक चूरू लोकसभा परिवार की सेवा करने का अवसर दिया।
उन्होंने चूरू लोकसभा परिवार का विशेष आभार व्यक्त करते हुए कहा कि चूरू ने उन्हें सदैव बहुमूल्य साथ, सहयोग और आशीर्वाद दिया।
उल्लेखनीय है कि एक दिन पूर्व ही दो पूर्व मंत्रियों पूर्व मंत्री लालचंद कटारिया, राजेंद्र यादव और पूर्व विधायक रिछपाल मिर्धा, विजयपाल मिर्धा समेत सैकड़ों कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। कांग्रेस ने अब राहुल कस्वां को पार्टी में शामिल करके भाजपा काे राजनीतिक जवाब देने के प्रयास किया है।
हिन्दुस्थान समाचार/संदीप/दधिबल