बंदरगाह आधारित औद्योगीकरण जरूरी: केंद्रीय मंत्री सोनोवाल
सोनोवाल ने भारत-रूस कार्यशाला का शुभारंभ किया
चेन्नई, 24 जनवरी (हि.स.)। चेन्नई के शोलिंगनल्लूर स्थित होटल में भारत-रूस के बीच कंटेनरीकृत कार्गो, बंदरगाह और टर्मिनल मामले में बुधवार को चेन्नई पोर्ट अथॉरिटी द्वारा आयोजित पूर्वी समुद्री क्षेत्र के संचालन पर भारत-रूस कार्यशाला आयोजित की गई।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री सोनोवाल ने कहा कि भारत समुद्री क्षेत्र प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ब्लू इकोनॉमी 2047 के दृष्टिकोण को प्राप्त करने की दिशा में लगातार प्रगति कर रहा है। भारत समग्र आर्थिक समृद्धि लाने के लिए घरेलू और वैश्विक स्तर पर विकास, सहयोग और निजी भागीदारी को लक्ष्य बनाकर कार्य कर रहा है। पूर्वी समुद्री क्षेत्र के बारे में उन्होंने परिवहन लागत और शिपमेंट के समय में भारी बचत पर प्रकाश डाला।
कार्यशाला के उद्घाटन के बाद केंद्रीय मंत्री सोनोवाल ने रूसी प्रतिनिधियों का स्वागत किया और भारतीय प्रतिनिधियों को उनकी सक्रिय भागीदारी के लिए धन्यवाद दिया। कार्यशाला में सोनोवाल ने आधुनिकीकरण, कनेक्टिविटी वृद्धि, बंदरगाह आधारित औद्योगीकरण, नवाचार और अनुसंधान में राष्ट्रों के साथ साझेदारी के माध्यम से भारतीय समुद्री क्षेत्र को आगे बढ़ाने के भारत सरकार के लक्ष्य को स्पष्ट किया।
इस अवसर पर चेन्नई बंदरगाह प्राधिकरण के अध्यक्ष एस. विश्वनाथन ने कार्यक्रम में दोनों देशों के मंत्रियों, प्रतिनिधियों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।
हिन्दुस्थान समाचार/ डॉ आर. बी. चौधरी/संजीव